युवक के परिजनों ने बताया कि पुरानी आबादी वार्ड नंबर आठ स्कूल नंबर सात के पास रहने वाले सुनील कुमार वाल्मीक (25) अपनी मां के साथ मामा के यहां रहता है। वह पीओपी का मिस्त्री है। करीब एक -डेढ़ साल पहले फेसबुक पर उसकी दोस्ती अमेरिका की टैमी (37) से हो गई। टैमी तलाकशुदा महिला है। दोनों की दोस्ती कुछ समय में ही प्यार में बदल गई और कसमें वादे होने लगे।
इस दौरान ही दोनों एक-दूसरे से शादी रचाने की इच्छा जताई लेकिन सुनील कुमार ने उसको खुद के बारे में सब कुछ बता दिया कि वह आर्थिक रूप से कमजोर परिवार है। इसके बाद भी वह नहीं मानी और उससे मिलने की इच्छा जताई। दसवीं पास सुनील को उससे अंग्रेजी में चैट व बात करने में दिक्कत होती थी। सुनील उससे मिलने के लिए वहां जाना चाहता था और आईलेट के तैयारी शुरू कर दी। कुछ दिनों पहले टैमी ने बताया कि वह भारत आ रही है। इस पर युवक की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने अपने परिवार के लोगों को इस बारे में बताया। परिजनों ने कोई आपत्ति नहीं की। 11 सितंबर को टैमी दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी।
जहां युवक उसको लेने लिए गया था। दिल्ली में दोनों ने कोर्ट मैरिज की और इसके बाद टैमी को लेकर श्रीगंगानगर अपने घर आ गया। जहां विदेशी दुल्हन के स्वागत व देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। इलाके में जिसने भी विदेशी महिला से शादी के बारे में सुना वह दौडकऱ उसे देखने के लिए पहुंच गया। सुनील के घर बाहर आसपास के लोगों का तांता लग गया।
यहां आकर सुनील ने शुक्रवार को मंदिर में ***** रीति रिवाज से टैमी से शादी रचाई और दुल्हन को अपने घर ले गया। सुनील के मामा शंकरलाल व चचेरे भाई कालूराम ने बताया कि शादी के बाद से दोनों बहुत खुश है। शनिवार शाम को सुनील उसे शहर में घुमाने के लिए ले गया। जहां घूमकर वह काफी खुश हुई। यहां का खाना व लोग काफी पसंद आए।
बात करने का निकाला तोड़ – टैमी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती है और सुनील कुमार को अंग्रेजी के कुछ शब्द ही बोलने आते हैं। टैमी हिन्दी के कुछ शब्द समझती है लेकिन पूरी तरह समझ नहीं पाती है। इसके लिए सुनील इसका भी तोड़ निकाल लिया और मोबाइल पर हिन्दी को अंग्रेजी में ट्रांसलेट कर टैमी से बात कर लेता है। जो वह लिखती है, उसको हिन्दी में ट्रांसलेट कर लिया जाता है।