सीमा सुरक्षा बल की 25वीं बटालियन की तरफ से हुए समारोह को संबोधित करते हुए सीओ परमवीर सिंह ने कहा कि बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। बस उन्हें तराशने की जरूरत है ताकि देश का यह भविष्य राष्ट्र निर्माण में मुख्य भूमिका अदा करें। उन्होंने स्कूल स्टाफ और ग्रामीणों को इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करवाने के लिए आभार प्रकट किया।
साथ ही यह भरोसा दिलाया कि भविष्य में इस तरह की मदद सीमा सुरक्षा बल करता रहेगा ताकि सीमा के पास रहने वाले लोगों के देशभक्ति की भावना जागृत हो। स्कूल प्रधानाचार्य किरण गहलोत ने भी विचार रखे। इस मौके पर सेकंड कमाडेंट मुकेश कुमार, कंपनी कमांडर भतर प्रताप सिंह, सरपंच पूजा अठवाल, पूर्व सरपंच बलदेव सिंह, राजेंद्रपाल, वार्ड पंच बीरम देव सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
इस मौके पर सरस्वती वंदना से शुरू हुए समारोह में स्कूल के बच्चों ने देशभक्ति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर अतिथियों का मन मोह लिया। बच्चों ने मेरा जूता है जापानी, इट हैप्पन ओनली इन इंडिया सहित कई गीतों पर नृत्यों की प्रस्तुतियां दी, जिनको अतिथियों ने काफी सराहा। समारोह के दौरान सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने बच्चों को खेल सामग्री, स्कूल बैग, दरियां, बोर्ड, अलमारी आदि का वितरण किया।
सीओ ने पूछा चौकी का नाम 7 एस क्यूं, सरपंच ने बताया नहरों के मोघों के नाम से
समारोह के दौरान सीमा सुरक्षा बल के सीओ पमरवीर सिंह ने कहा कि हमारी चौकी का नाम 5एस है लेकिन गांव का नाम 7एस है। ऐसा क्यों। इस पर वहां मौजूद सरपंच व अन्य लोगों ने बताया कि नहरों के मोघों के अनुसार गांव और चकों का नाम रखा गया है। यहां 5एस का मोघा है। इसलिए उसका नाम 5एस पोस्ट है।
समारोह के दौरान सीमा सुरक्षा बल के सीओ पमरवीर सिंह ने कहा कि हमारी चौकी का नाम 5एस है लेकिन गांव का नाम 7एस है। ऐसा क्यों। इस पर वहां मौजूद सरपंच व अन्य लोगों ने बताया कि नहरों के मोघों के अनुसार गांव और चकों का नाम रखा गया है। यहां 5एस का मोघा है। इसलिए उसका नाम 5एस पोस्ट है।