गंगानगर आगार के कर्मचारियों ने मंगलवार को परिवार के साथ प्रदर्शन कर समझौता लागू करने की मांग की है। धरना स्थल पर भगतसिंह राष्ट्रीय रोजगार मंच के सदस्यों ने कोरोग्राफी का मंचन किया। सभा को राज्य कर्मचारी नेता कुलदीप सिंह केपी, सोहन लाल सिंगाठिया, रोडवेज कर्मचारी नेता जसविंद्र सिंह बुटर, चरन सिंह गिल, मोहनलाल यादव, बूटा सिंह, मनोज सहारण, हरिराज सिंह, कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष संतोष सहारण, महिला नेत्री भूपेन्द्र टूरना व पार्षद कमला विशनोई ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की हठधर्मिता की वजह से पिछले नौ दिन से हुए समझौता को लागू नहीं किया जा रहा है।
नौ दिन से रोडवेज बसों के पहिये थमे रहने से राजस्थान पथ परिवहन निगम को एक करोड़ ३५ लाख रुपए के राजस्व का नुकसान हो चुका है। वहीं यात्रियों को बहुत अधिक परेशानी हो रही है। इनको मजबूरी में निजी बसों का सफर करना पड़ रहा है। निजी बस संचालक मनमर्जी का किराया वसूल कर रहे हैं। रोडवेज के मुख्य बस स्टैंड पर पिछले नौ दिन से सन्नाटा छाया हुआ है। निगम की बसें आगार कार्यालय परिसर व मुख्य बस स्टैंड पर खड़ी है।
राजस्थान रोडवेज श्रमिक संगठनों के प्रदेशव्यापी आह्वान पर २७ जुलाई को राज्य सरकार व संयुक्त मोर्चा के साथ हुए चार सूत्री मांगों पर लिखित समझौते को लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन जारी है। संयुक्त मोर्चा 17 सितंबर से श्रीगंगानगर सहित राज्य भर में हड़ताल कर रहा है।
गंगानगर आगार के कर्मचारियों ने मंगलवार को परिवार के साथ प्रदर्शन कर समझौता लागू करने की मांग की है। धरना स्थल पर भगतसिंह राष्ट्रीय रोजगार मंच के सदस्यों ने कोरोग्राफी का मंचन किया।