जन संघर्ष समिति के संयोजक श्योपत मेघवाल ने जहरीले पानी के स्रोत, स्थिति और दुष्प्रभावों के संबंध में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नहरों में दूषित पानी प्रवाहित करने का सिलसिला बहुत लंबे समय से चल रहा है लेकिन इसके दुष्प्रभाव अब नहरी क्षेत्र में कैंसर के रूप में आने शुरू हो गए हैं (
Sriganganagar )। सतलुज नदी में 1500 क्यूसेक से अधिक जहरीला कैमिकल युक्त पानी डाला जा रहा है । आमजन को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने में सरकारें कोताही बरत रही है । उन्होंने कहा कि जहरीले पानी की रोकथाम के लिए आमजन को संघर्ष का रुख अपनाना होगा (
protest )।
किसान सभा के प्रवक्ता रविंद्र तरखान ने कहा कि प्रदेश के आठ जिलों में कैंसर महामारी बनकर उभर रहा है । इसका प्रमुख कारण जहरीला पानी है।
बैठक में सोहन महिया, महीराम लिखाला, नन्दराम, सुनील कुमार आदि ने संबोधित किया। ग्रामीणों ने विश्वास दिलाया कि सूरतगढ़ से श्रीगंगानगर की ओर जाने वाले पैदल जत्थे में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल होंगे ।
24 से शुरू होगा हस्ताक्षर अभियान
किसान सभा के प्रवक्ता रविंद्र तरखान ने बताया कि जहरीले पानी की रोकथाम, शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में शुद्ध पेयजल के प्रबंध और सरकारी मेडिकल कॉलेज की मांग के संबंध में 24 अगस्त को सूरतगढ़ से हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की जाएगी । शुरुआत पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल करेंगे । यह अभियान जिला स्तर पर चलाया जाएगा।