) अजय चांडक का कहना था कि वे तो बचपन से पर्यावरण प्रेमी ( green minded ) है। शहर में हरियाली हो, इसके लिए डिवाइडर पर गमले लगाने की कवायद शुरू की जा रही है। उम्मीद है कि नगर परिषद की इस जागरूकता और पहल से शहरवासी न केवल सहयोग करेंगे बल्कि अपने परिवार के सदस्यों के नाम से दो दो पौधे लगाने और उनकी सार संभाल का संकल्प लेंगे। उन्हेांने बताया कि गमलों से हरियाली आएगी तो शहर का तापमान ( Temperature ) कम हो सकेगा। सभापति अजय चांडक का दावा था कि डिवाइडरों में पौधे लगाने से वे पेड़ बन जाते है जिनको शि$फट करना मुश्किल हो जाती है। ऐसे में गमले लगाने की योजना अधिक कारगार हो सकेगी।
इंडस्ट्रीयल एरिया के युवा शिवम का कहना था कि पहले से जताई थी आंशका जो सही साबित हो गई। पौधे घरों में गमला रखने की तर्ज पर नगर परिषद के सडक़ों के डिवाइडरों पर गमले लगाने के बाद इसकी मॉनीटरिंग ( Monitoring
इंडस्ट्रीयल एरिया के युवा शिवम का कहना था कि पहले से जताई थी आंशका जो सही साबित हो गई। पौधे घरों में गमला रखने की तर्ज पर नगर परिषद के सडक़ों के डिवाइडरों पर गमले लगाने के बाद इसकी मॉनीटरिंग ( Monitoring
) कौन करेगा, यह सवाल नगर परिषद के अधिकारियों के पास नहीं है। गमले लगाने की योजना बेहद अच्छी है लेकिन इन पौधों को नियमित रूप से पानी कौन डालेगा, यह सवाल भी है। छात्रा परी शर्मा का माने तो गमलों की सुरक्षा कौन संभालेगा। डिवाइडर पर आए दिन लोग तोडफ़ोड़ करते है ऐसे में गमले कैसे सुरक्षित रह सकते है।