सभी का मानना था कि शुद्ध पेयजल जीवन की पहली जरूरत है, इसका कोई विकल्प नहीं है। राजस्थान आने वाले पानी में पंजाब में धड़ल्ले से हानिकारक रसायन, सीवरेज, गंदगी डल रही है। इस वजह से कैंसर और अन्य जल जनित बीमारियां तेजी से बढ़ती जा रही है। इसकी रोकथाम में पहले ही बहुत देर हो चुकी, लापरवाही करना अपने पांव पर कुल्हाड़ी मारना है।
वक्ताओं ने कहा कि अमृत तुल्य जल को जहर बनाने से रोकने के लिए कई स्तर पर सामूहिक प्रयास करने होंगे। जन जागरण अत्यावश्यक है, इसके अलावा पंजाब और राजस्थान सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर दबाव बनाना होगा। सक्षम न्यायालय में प्रभावी ढंग से इस मुद्दे को रखकर सरकारों को आदेश भी दिलवाना आवश्यक है।
-इनकी रही सहभागिता और जताई चिन्ता
टॉक शो में विधायक राजकुमार गौड़, पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल, प्रदूषित जल-असुरक्षित कल जन जागरण समिति के संयोजक महेश पेड़ीवाल, सह संयोजक सुरेंद्र पारीक, इसकी महिला इकाई की संयोजक रंजना छाबड़ा, कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक डॉ. एमके कौल, इंडियन मेडीकल एसोसिएशन के जिला उपाध्यक्ष डॉ. पीयूष राजवंशी, ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री विनय जिन्दल, संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष तरसेम गुप्ता, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के महामंत्री रामगोपाल पाण्डुसरिया, रोटरी सिटी के अध्यक्ष रायसिंह कुल्डिय़ा, किसान सभा के जिलाध्यक्ष कालू थोरी, उपाध्यक्ष रिछपाल सिंह पन्नू, किसान संघर्ष समिति के अमरसिंह बिश्नोई, कच्चा आढ़तिया संघ के महामंत्री अशोक छाबड़ा, लायन्स क्लब सेंट्रल के अध्यक्ष आशीष अरोड़ा, सिंचाई विभाग के सेवानिवृत अभियन्ता विश्वबंधु गुप्ता, बार संघ के पूर्व सचिव एडवोकेट पूर्ण घोड़ेला, सद्भावना मंच जन चेतना सेवा समिति के पूर्व सचिव हेमराज गुरहानी, महिला पतंजलि योग समिति की प्रिया उपाध्याय, सामाजिक कार्यकर्ता हरदीप सिंह डिबडिबा, अनिल गोदारा आदि ने विचार रखे और दूषित जल पर चिंता जताई। सेवानिवृत जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश्वर सिंह, प्रगतिशील कुम्हार समिति के जिलाध्यक्ष प्रेम छापोला, मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष रजत गोयल, सामाजिक कार्यकर्ता जगीर सिंह सहित अनेक जने टॉक शो में मौजूद थे।
टॉक शो में विधायक राजकुमार गौड़, पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल, प्रदूषित जल-असुरक्षित कल जन जागरण समिति के संयोजक महेश पेड़ीवाल, सह संयोजक सुरेंद्र पारीक, इसकी महिला इकाई की संयोजक रंजना छाबड़ा, कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व निदेशक डॉ. एमके कौल, इंडियन मेडीकल एसोसिएशन के जिला उपाध्यक्ष डॉ. पीयूष राजवंशी, ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री विनय जिन्दल, संयुक्त व्यापार मंडल के अध्यक्ष तरसेम गुप्ता, चेम्बर ऑफ कॉमर्स के महामंत्री रामगोपाल पाण्डुसरिया, रोटरी सिटी के अध्यक्ष रायसिंह कुल्डिय़ा, किसान सभा के जिलाध्यक्ष कालू थोरी, उपाध्यक्ष रिछपाल सिंह पन्नू, किसान संघर्ष समिति के अमरसिंह बिश्नोई, कच्चा आढ़तिया संघ के महामंत्री अशोक छाबड़ा, लायन्स क्लब सेंट्रल के अध्यक्ष आशीष अरोड़ा, सिंचाई विभाग के सेवानिवृत अभियन्ता विश्वबंधु गुप्ता, बार संघ के पूर्व सचिव एडवोकेट पूर्ण घोड़ेला, सद्भावना मंच जन चेतना सेवा समिति के पूर्व सचिव हेमराज गुरहानी, महिला पतंजलि योग समिति की प्रिया उपाध्याय, सामाजिक कार्यकर्ता हरदीप सिंह डिबडिबा, अनिल गोदारा आदि ने विचार रखे और दूषित जल पर चिंता जताई। सेवानिवृत जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश्वर सिंह, प्रगतिशील कुम्हार समिति के जिलाध्यक्ष प्रेम छापोला, मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष रजत गोयल, सामाजिक कार्यकर्ता जगीर सिंह सहित अनेक जने टॉक शो में मौजूद थे।
-उसकी कमीज, मेरी कमीज से सफेद कैसे विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा कि जल प्रदूषण की समस्या गंभीर है। इसके स्थाई समाधान के लिए एकजुटता जरूरी है, ताकत दिखानी होगी। ‘उसकी कमीज, मेरी कमीज से सफेद कैसे’ वाली मानसिकता को दरकिनार कर कंधे से कंधा मिलाकर प्रयास करने होंगे।
-पीएमओ भेजा जाए एक-एक लीटर दूषित पानी
सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गोदारा ने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री कार्यालय को हरकत में लाने के लिए सभी लोगों को दूषित पानी की एक-एक लीटर बोतल पीएमओ को रजिस्ट्री करवानी चाहिए। लाखों लीटर पानी वहां पहुंचेगा तो निश्चित रूप से समाधान की दिशा में सक्रियता आएगी।
सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गोदारा ने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री कार्यालय को हरकत में लाने के लिए सभी लोगों को दूषित पानी की एक-एक लीटर बोतल पीएमओ को रजिस्ट्री करवानी चाहिए। लाखों लीटर पानी वहां पहुंचेगा तो निश्चित रूप से समाधान की दिशा में सक्रियता आएगी।
-राजस्थान आते ही ऐसे कैसे हो जाता है चमत्कार? अखिल भारतीय किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष रिछपाल सिंह पन्नू ने सवाल किया कि दूषित पानी के पंजाब से राजस्थान मेें प्रवेश करते ही ‘चमत्कार’ कैसे हो जाता है? हानिकारक रसायन, सीवरेज मिले पानी के नमूने को यहां सही बताना बहुत बड़ा आश्चर्य है।
-‘मानव वध’ जैसा अपराध, हो ‘सर्जिकल स्ट्राइक’
एक वक्ता ने कहा कि जल को जहर बनाना ‘मानव वध’ जैसा बड़ा अपराध है। इस पर रोक लगाने और दोषियों को दंडित करने के लिए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ जैसी कार्यवाही होनी चाहिए। इनका यह भी कहना था कि दूषित पानी की बात बताने पर जिम्मेवार अधिकारियों का पानी उबाल कर पीने का सुझाव देना शर्मनाक है।
एक वक्ता ने कहा कि जल को जहर बनाना ‘मानव वध’ जैसा बड़ा अपराध है। इस पर रोक लगाने और दोषियों को दंडित करने के लिए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ जैसी कार्यवाही होनी चाहिए। इनका यह भी कहना था कि दूषित पानी की बात बताने पर जिम्मेवार अधिकारियों का पानी उबाल कर पीने का सुझाव देना शर्मनाक है।