इस दौरान दोपहर में छत नीचे आ गिरी। छत पर काम कर रहे मजदूर भी इसके साथ ही नीचे आ गिरे। दो मजदूरों ने ऊपर लगे सरिए पकडक़र जान बचाई। लेकिन मूलत: बिहार और हाल २३ पीएस निवासी रवि (२२) पुत्र बैधनाथ मलबे के नीचे दब गया। छत गिरने का धमाका सुनकर आसपास के दुकानदार पहुंचे और मलबे के नीचे दबे युवक को निकाला। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने देर शाम मृतक के मामा की रिपोर्ट पर मर्ग दर्ज की है।
दो माह पहले आया था रवि रवि के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। वह दो माह पहले ही बिहार से यहां दिहाड़ी करने आया था। मंगलवार को उसे छत लील गई। उसकी डेढ़ वर्ष की बच्ची है तथा पत्नी गर्भवती है जो फिलहाल बिहार में ही है। इसके अलावा माता-पिता, बहन व छोटा भाई भी है। गरीबी के चलते परिवार इतना जल्दी यहां पहुंच पाने की स्थिति में नहीं है। वहीं, शव बिहार ले जाने का खर्च वहन कर पाना भी संभव नहीं है। ऐसे में बिहार मूल के लोगों ने रायसिंहनगर में ही रवि के अंतिम संस्कार का निर्णय किया है।
आवेदन किया था लेकिन मंजूरी का इंतजार
करीब दस दिन से तहबाजारी में निर्माण जारी था लेकिन दुकानदार के पास निर्माण की मंजूरी नहीं थी। पालिका प्रशासन के अनुसार संबंधित निर्माणकर्ताओं ने स्वीकृति के लिए २२ अक्टूबर को प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर पालिका प्रशासन ने नोटिस जारी कर आपत्तियां मांग रखी थीं, लेकिन दुकानदार ने बिना पूर्व सूचना के निर्माण शुरू कर दिया। पालिका ईओ रवीन्द्र जैन ने बताया कि निर्माण के संबंध में पालिका की ओर से स्वीकृति जारी नहीं की गई थी।