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जीवनशैली बिगाड़ रही सेहत,बढ़ रहे हैं शुगर व हाइपरटेंशन के मरीज

locationश्री गंगानगरPublished: Jan 16, 2019 05:04:35 pm

Submitted by:

Krishan chauhan

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जीवनशैली बिगाड़ रही सेहत,बढ़ रहे हैं शुगर व हाइपरटेंशन के मरीज

जीवनशैली बिगाड़ रही सेहत,बढ़ रहे हैं शुगर व हाइपरटेंशन के मरीज

-अधिकांश को मालूम ही नहीं कि उन्हें शुगर या हाइपरटेंशन हैं,जांच कर विभाग कर रहा जागरूक ताकि समय रहते हो सके बचाव
-स्वास्थ्य विभाग कर रहा है 30 साल से ऊपर वालों की नि:शुल्क जांच, गांव के साथ अब शहरों में भी शुरू की नि:शुल्क जांच ़
श्रीगंगानगर इसे बिगड़ी जीवनशैली, बढ़ते तनाव या खानपान के प्रति लापरवाही का नतीजा कहें या कुछ और कि जिले के 20 फीसदी लोग शुगर व हाइपरटेंशन से पीडि़त हैं। अधिकांश लोगों को मालूम ही नहीं कि उन्हें शुगर या हाइपरटेंशन हैं, स्वास्थ्य विभाग घर-घर जाकर जांच कर उन्हें बता रहा है कि वे इसकी चपेट में हैं। चिकित्सकों का मानना है कि शुगर व हाइपरटेंशन ही अन्य गंभीर बीमारियों की जनक है, लिहाजा समय रहते इनके प्रति सचेत होना बेहद जरूरी है। बहरहाल, राहत की बात ये है कि स्वास्थ्य विभाग कई माह से लगातार 30 साल से ऊपर के सभी लोगों की शुगर व हाइपरटेंशन की नि:शुल्क जांच करने में जुटा है।
सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल ने बताया कि विभाग के एनसीडी अनुभाग की ओर से एनपीसीडीसीएस कार्यक्रम के तहत लंबे अर्से से गांवों में घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है और सभी सीएचसी व पीएचसी पर भी सर्वे जारी है। वहीं अब शहरी क्षेत्र में भी घर-घर जाकर सर्वे शुरू किया गया है। जिला मुख्यालय से डीपीओ डॉ. सोनिया चुघ व डीपीसी अर्श बराड़ मोनिटरिंग कर रहे हैं। सीओआईईसी विनोद बिश्नोई ने बताया कि अप्रेल 2018 से दिसंबर 2018 तक विभाग ने दो लाख 76 हजार 268 लोगों की जांच की, जिसमें छह हजार 926 नए लोग संभावित शुगर पीडि़त मिले। इसमें शामिल 43 हजार 739 लोगों में पहले से ही शुगर की शिकायत थी, जिनकी फॉलोअप जांच की गई। इन्हीं दो लाख 76268 लोगों में से 15 हजार 158 लोग संभावित हाइपरटेंशन पीडि़त मिले, जबकि 42 हजार 165 लोग पहले से ही हाइपरटेंशन की चपेट में थे। यही वजह है कि विभाग लगातार हर संभव प्रयास कर नए लोगों को चिन्हित करने में जुटा है।
शिविर लगाएं की जांच–विभाग ने इससे पूर्व अपे्रल 2017 से दिसंबर 2017 तक 855 शिविर आयोजित शुगर व हाइपरटेंशन के मरीज चिन्हित किए थे। वहीं अपे्रल 2018 से दिसंबर 2018 तक 222 शिविरों के अलावा जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी के अलावा घर-घर जाकर सर्वे किया। नए साल में नए मरीजों की तलाश में नए सिरे से प्रयास करते हुए विभाग लगातार सघन सर्वे करेगा और 30 साल से ऊपर की हर महिला व पुरुष की जांच जाएगी।
हर दिन कमाएं आधा घण्टा, ताकि बच सकें बीमारियों से—डिप्टी सीएमएचओ डॉ.करण आर्य बताते हैं कि बिगड़ी जीवनशैली, दिनचर्या और बढ़ता तनाव शुगर व हाइपरटेंशन की मुख्य वजह है। खासकर घरेलू, सामाजिक व कार्यस्थल का तनावपूर्ण माहौल शामिल हैं। वहीं अपराधिक तत्वों की गतिविधियों, घपले-घोटाले, देश की अस्थिर राजनीतिक व आर्थिक स्थिति, असुरक्षा का भाव आदि से भी गहरा तनाव पैदा होता है। वहीं खानपान के प्रति लापरवाही से भी शुगर व हाइपरटेंशन होता है। वे बताते हैं कि किडनी फेल होने, हार्ट अटैक, शारीरिक कमजोरी आदि बीमारियों के पीछे मुख्य कारण शुगर व हाइपरटेंशन ही है। इसलिए जरूरी है कि समय रहते सचेत हो जाएं। भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हर संभव प्रयास कर आधा या एक घण्टे का समय अपने लिए अवश्य निकाले।
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