साथ काम कर रहे मजदूरों ने शोर मचाया तो आसपास के खेतों में काम करने वाले लोग आ गए। पता चलने पर गांवों से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और मजदूर को निकालने की कोशिश की। वहीं, राजियासर थानाधिकारी रामचंद्र कस्वां, तहसीलदार मंगतू राम, विकास अधिकारी विनोद रेगर आदि भी मौके पर पहुंचे। ट्रैक्टर-कराहों और एक्सकेवेटर मशीन की मदद से मिट्टी हटाई गई। शाम करीब साढ़े चार बजे महावीर को बाहर निकाला गया। बीरमाना पीएचसी के चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन को सौंप दिया गया। महावीर के फुफेरे भाई चक दो एसपीएम निवासी रामकुमार ने राजियासर पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज करवाया है।
अब परिवार का कैसे होगा गुजारा महावीर दिहाड़ी मजदूरी करता था। रोज की तरह बुधवार को भी वह दिहाड़ी पर कुंआ खोदने आया था। मिट्टी रेतीली होने के कारण धंस गई और महावीर के साथ-साथ उसके परिवार के अरमान भी दफन हो गए। महावीर के पिता की मौत चार और भाई की मौत सात साल पहले हो चुकी है। घर में वह अकेला ही कमाने वाला था। वह जैसे-तैसे अपनी मां, पत्नी और दो बेटियों का पेट पाल रहा था। बेटियां दस साल से छोटी हैं। पत्नी गर्भवती है। महावीर की मौत का पता चलते ही घर में कोहराम मच गया। वहीं, गांव में शोक व्याप्त हो गया।
पिछले हफ्ते संगरिया में राजेश को लील गया था कुंआ संगरिया की रासूवाला रोही स्थित 11 केएसडी के एक खेत में चिनाई करते समय 16 अक्टूबर 2018 को सादुलशहर उपखंड के गांव धिंगतानिया हाल रोडांवाली निवासी राजेश (35) पुत्र हरमेल सिंह मेहरा सिंख दब गया था। उसका शव दूसरे दिन निकाला जा सका।