लड्डूु गोपाल के ऊनी वस्त्र
मंदिरों में खास तौर से लड्डू गोपाल के लिए छोटे-छोटे ऊनी वस्त्र तैयार किए गए हैं। इनमें टोपी भी शामिल हैं। छोटे बच्चों की तरह भगवान को मुकुट के स्थान पर टोपी पहनाई गई है। इसके साथ ही ऊनी घेरदार वस्त्रों से भगवान का शृंगार किया गया है।
मखमली कपड़े किए धारण
इसके साथ ही प्रमुख मंदिरों में भगवान को ऊनी मखमली कपड़े पहनाए गए हैं। श्री गोशाला स्थित राधा गोविंद मंदिर के पुजारी मदन खंडेलवाल बताते हैं कि इन दिनों भगवान को पहनाए जाने वाले कपड़ों में मखमली वस्त्र शमिल किए गए हैं जिससे कि उन्हें सर्दी नहीं लगे और वे दिखने में भी खूबसूरत हों। इसके साथ ही देवी प्रतिमाओं पर शॉल भी ओढाए गए हैं।
बदला भगवान का खान-पान
इसके साथ ही भगवान का खान-पान भी बदला है। जहां पहले रात को दूध को ठंडाकर भगवान को भोग लगाया जाता था वहीं अब गर्म दूध के लिए मंदिरों में हीटर का प्रबंध किया गया है। हनुमानगढ़ मार्ग स्थित चिंतपूर्णी धाम मंदिर के पंडित कृष्णकुमार बताते हैं कि उनके यहां मां दुर्गा को हलवे छोले का भोग को प्रतिदिन लगता है। इसके साथ ही अब गर्म दूध का प्रबंध किया गया है तथा भगवान को ऊनी कपड़े पहना दिए गए हैं।