इस थाने में हनुमान कॉलोनी निवासी हेमंत जैन पुत्र ओमप्रकाश ने रिपोर्ट में बताया कि उसने ओलेक्स साइट पर एमआई नोट-5 प्रो मॉडल का मोबाइल जब बिक्री के लिए देखा तो उसे पसंद आ गया और खरीदने के लिए इस साइट पर संपर्क कर लिया। उससे यह सौदा दस हजार पचास रुपए में तय किया। विक्रेता ने अपना नाम विक्रम बाघमोरे से परिचय दिया और बोला कि पहले आप एक हजार पचास रुपए का एडवांस रुपए ऑनलाइन से भुगतान कर दे, यह राशि भुगतान कर दी। इसके बाद अशोक नामक डिलीवरी मैन का फोन आया कि वह पार्सल लेकर शिव चौक और चहल चौक तक आया था लेकिन आपका फोन रिसीव नहीं हुआ। पांच हजार रुपए की राशि का भुगतान ऑनलाइन कर दो, हालांकि इस भुगतान को लेकर उसने विक्रम और अशोक से तकरार भी की और ओलमा भी दिया कि पार्सल आया नहीं है। विक्रम ने फिर आश्वास्त किया कि आप जैसे ही पांच हजार रुपए की पेमेंट ऑनलाइन से करोगे तो यह पार्सल तत्काल पहुंच जाएगा।
उसकी बातों पर विश्वास करते हुए कि उसने पांच हजार रुपए का भुगतान भी किया लेकिन पार्सल फिर भी नहीं आया। लेकिन उसके संबंधित खाते के बैंक का मैसेज आया तो उसके होश उड़ गए। उसके बैंक खाते से एक लाख तीन हजार तीन सौ पचास रुपए की राशि विक्रम और अशोक ने ऑनलाइन सिस्टम से निकलवाकर खुर्दबुर्द कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एसआई देवीलाल को सौंपी है।