एससीए स्टेडियम में पहले दो दिन स्पिनरों को बहुत अधिक मदद नहीं मिली। अश्विन ने 46 ओवरों में 167 रन देकर दो विकेट लिए। इंग्लैंड ने जो रूट, मोईन अली और बेन स्टोक्स के शतकों की मदद से 537 रन बनाए। जडेजा ने कहा है कि हमारे पास पांच गेंदबाज हैं और विकेट लेने की जिम्मेदारी केवल अश्विन की नहीं बल्कि सभी पांच गेंदबाजों की है। कई बार मौके गंवा दिए जाते हैं लेकिन ये सभी खेल का हिस्सा हैं। सभी समान रूप से जिम्मेदार हैं।
भारत के सभी पांच गेंदबाजों में जडेजा का विश्लेषण सबसे अच्छा रहा। उन्होंने 30 ओवरों में 86 रन देकर तीन विकेट लिए लेकिन उन्होंने दूसरे दिन केवल नौ ओवर किए। इस बारे में जब इस स्थानीय खिलाड़ी से पूछा गया तो उन्होंने इसे खास तवज्जो नहीं दी। जडेजा ने कहा कि यह कप्तान की सोच थी। टीम के दृष्टिकोण से इसके पीछे उनके कुछ कारण रहे होंगे। मुझे नहीं लगता कि अश्विन और अमित मिश्रा को जानबूझकर अधिक गेंदबाजी देने की उनकी कोई रणनीति नहीं थी।
उन्होंने शतक जडऩे वाले स्टोक्स की तारीफ की लेकिन साथ ही कहा कि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज का विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने दो बार कैच छोड़ा जब वह 60 और 61 रन पर खेल रहे थे। जब भी किसी बल्लेबाज का कैच छूटता है तो वह अमूमन इसका फायदा उठाकर शतक ठोक देता है। स्टोक्स को भी दो जीवनदान मिले और उसके कुछ शॉट खाली स्थानों पर गिरे लेकिन क्रिकेट में यह आम बात है। उन्होंने कहा है कि इंग्लैंड ने बड़ा स्कोर बनाया है और हमें भी अब काफी रन बनाने होंगे। हमें सकारात्मक क्रिकेट खेलनी होगी, हमें गेंद के हिसाब से सामान्य क्रिकेट खेलनी होगी।
(फाइल फोटो)