जिनवाणी को व्यवहार में ढालें
चेन्नईPublished: Nov 08, 2018 12:20:51 pm
भाग्यशाली लोगों को ही जिनवाणी सुनने का अवसर मिल पाता है। हम इस जिनवाणी को हमारे व्यवहार में ढ़ालने का प्रयास करें। साहुकारपेट जैन भवन में गौतम मुनि ने यह बात कही।
जिनवाणी को व्यवहार में ढालें
चेन्नई. भाग्यशाली लोगों को ही जिनवाणी सुनने का अवसर मिल पाता है। हम इस जिनवाणी को हमारे व्यवहार में ढ़ालने का प्रयास करें। साहुकारपेट जैन भवन में गौतम मुनि ने यह बात कही। यहां दैनिक प्रवचन के दौरान मुुनि ने कहा कि मनुष्य को जो भव मिला है उसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। कुछ अलग करने का विचार होना चाहिए। तभी हम जीवन में सफल हो सकेंगे। सागर मुनि ने कहा कि दीपावली का पर्व लोगों के घरों में प्रकाश करने के लिए आता है। दिवाली के तीन अक्षर यही कहते हैं कि मनुष्य को दिल में प्रकाश लाने का प्रयास करना चाहिए। यह पर्व यही संदेश देता हैं कि मनुष्य को जीवन में ज्ञान के दीपक जलाकर अज्ञान के अंधकार को दूर करना चाहिए। जीवन से अज्ञान दूर होगा तभी सही मायने में प्रकाश का महत्व पता लगेगा। जीवन से अज्ञान दूर होगा तभी सही मायने में प्रकाश का महत्व पता लगेगा।