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प्रदूषण: दिवाली से पहले NCR का ये है हाल, इन शहरों में भी हुई बढ़ोत्तरी

locationनोएडाPublished: Oct 18, 2017 10:42:00 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मानव में ध्वनि को सुनने की क्षमता का स्तर 80 डेसीबल और वायु प्रदूषण का स्तर 25 माइक्रोग्राम तक सुरक्षित माना गया है।

pollution
मेरठ: दीपावली के मौके पर महानगर में ध्वनि, वायु और जल प्रदूषण में काफी इजाफा होता है। प्रदूषण विभाग की मानें तो पिछले पांच वर्षों में इस बार ऐसा है कि ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण का स्तर दीपावली से एक दिन पहले अपने सामान्य स्तर से अधिक तो है लेकिन खतरनाक वाली स्थिति में नहीं है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मेरठ में बच्चापार्क बेगमपुल, हापुड़ स्टैंड रेलवे रोड चौराहा के अलावा अन्य मुख्य चौराहों पर प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। जिनसे हर सप्ताह प्रदूषण की रिपोर्ट दर्ज की जाती है।
प्रदूषण मापक यंत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महानगर के सबसे व्यवस्तम चौराहे बेगमपुल पर 18 अक्टूबर को ध्वनि प्रदूषण का स्तर सामान्य से कुछ अधिक यानी 70 डेसीबल रहा।

ध्वनि प्रदूषण का सर्वाधिक बढ़ा स्तर महानगर में घंटाघर चौराहे और बागपत स्टैंड चौराहे पर रहा। जहां पर ध्वनि का स्तर समान्य से 25 प्रतिशत अधिक रहा। बागपत स्टैंड पर ध्वनि का स्तर 75 और रेलवे स्टेशन चौराहे पर इसका स्तर 80 डेसीबल रहा। ध्वनि प्रदूषण का कारण वाहनों का शोर और दीपावली के मौके पर बाजार में बजने वाले डीजे को माना गया है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी अतुलेश यादव के मुताबिक इस बार दीपावली से एक दिन पहले प्रदूषण का यह स्तर हैरान करने वाला है।
क्या है सेफ लिमिट
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मानव में ध्वनि को सुनने की क्षमता का स्तर 80 डेसीबल और वायु प्रदूषण का स्तर 25 माइक्रोग्राम तक सुरक्षित माना गया है।

नोएडा: दिवाली के मौके पर दिल्ली से सटे हार्इटेक शहर नोएडा में भी ध्वनि से लेकर वायु प्रदूषण में काफी इजाफा होता आया है। वहीं अनुमान लगाया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर बैन लगने के बाद इस बार दिवाली के मौके पर ज्यादा प्रदूषण न होने की उम्मीद है। मंगलवार को धनतेरस के दिन भी इसमें थोड़ा उछाल नजर आया। शहर में वायु और ध्वनि प्रदूषण नापने के लिए नोएडा में तीन मशीनें लगार्इ गर्इ हैं। इनमें एक सेक्टर-1 में प्रदूषण विभाग के ऑफिस परिसर में तो दूसरी सेक्टर-6 में रखी गर्इ है। वहीं तीसरी मशीन सेक्टर-125 स्थित इंस्टीट्यूशनल एरिया में लगार्इ गर्इ है। इन मशीनों से हर सप्ताह प्रदूषण की रिपोर्ट दर्ज की जाती है।
धनतेरस पर इतना दर्ज किया गया, प्रदूषण
वहीं धनतेरस पर भी प्रदूषण और दिनों के मुकाबले बढ़ा हुआ मिला। इंस्टीट्यूशन एरिया में लगी मशीन के मुताबिक मंगलवार को आठ से नौ बजे के बीच SO2-30 माइक्रोग्राम/परमीटर क्यूबिक रहा। इस बार इसका कारण सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटाखा बिक्री पर वैन से भी प्रदूषण नियंत्रण में राहत है।
सहारनपुर: दिवाली से ठीक पहले सहारनपुर में पर्यावरण प्रदूषित होने लगा है हालांकि अभी हालात सामान्य है क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट कहती है कि वर्तमान में सहारनपुर में सस्पेक्टेड पर्टिकुलर मैटर (Spm) की मात्रा 377.72 माइक्रोग्राम/मीटर क्यूबिक तक जा पहुंची है। यह आंकड़े बुधवार दोपहर तक के हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्सपर्ट्स के मुताबिक बुधवार की शाम से वातावरण में ध्वनि और वायु प्रदूषण दोनों ही बढ़ जाएंगे।
सहारनपुर में पर्यावरण पर एक नजर
spm 377.72
rspm 157.82
No2 27.99
So2 13.89

आंकड़ों के मुताबिक सहारनपुर जिले में छोटी दिवाली यानि बुधवार तक वातावरण में एसपीएम मात्रा सामान्य से अधिक थी। जबकि आरएसपीएम यानि रेस्पायरेबल सस्पेक्टेड पर्टिकुलर मैटर की मात्रा सामान्य से थोड़ा ही अधिक है। spm बढ़ना ज्यादा हानिकारक है। ऐसे में यह साफ है कि सहारनपुर का वातावरण छोटी दिवाली पर ही सामान्य से अधिक प्रदूषित हो चुका है। अब देखना यह है कि बुधवार रात से लेकर दिवाली तक यह कहां तक जाता है।
यहां लगे हैं प्रदूषण मापक यंत्र
प्रदूषण बोर्ड की ओर से शहर में नवीन नगर घंटा घर चौक IIT रुड़की का सहारनपुर कैंपस, दिल्ली रोड अंबाला रोड और देहरादून रोड पर ध्वनि और वायु प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। जिनकी दिन में दो बार रीडिंग ली जा रही
है।
मुरादाबाद: दिवाली पर पटाखों से होने वाले प्रदूष्ण को लेकर भले ही लोग सावधानी बरतने के दावे करते हों लेकिन साल दर साल शहर में दिवाली के दौरान शहर की हवा में प्रदूष्ण बढ़ता गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा हिन्दू कॉलेज में प्रदूषण नियंत्रक लगाया गया है। जो हर सपताह की रिपोर्ट जारी करता है। इस बार दिवाली का प्रदूषण 19 अक्टूबर की सुबह से अगले दो तीन दिन तक रिकॉर्ड किया जाएगा।
जो अभी इस सप्ताह का रिकॉर्ड है उसके हिसाब से मुरादाबाद शहर के बुध बाजार इलाके और सिविल लाइन के spm में SO2-28 और NO2-21 माइक्रोग्राम प्रति मीटर मापी गयी है। इसी प्रकार NO2-52 व SO2-38 मापी गई है। जबकि spm-295 व 251 है। अब ये बढ़ता है या घटता है। इसका रिकॉर्ड दिवाली के अगले दिन यानि 20 अक्टूबर को दोपहर बाद मिल सकेगा। इस प्रोजेक्ट की मानिटरिंग कर रहीं हिन्दू कॉलेज की बॉटनी डिपार्टमेंट की एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ अनामिका त्रिपाठी बताती हैं कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा यहाँ प्रोजेक्ट लगाया गया है। हम लोग हर सप्ताह का डाटा जारी करते हैं।
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