scriptगणेश चतुर्थी 2018 : इस मंत्र से करें भगवान गणेश को प्रसन्न, जानिए शुभ मुहूर्त और गणेश पूजा की विधि | Ganesh Chaturthi 2018 Muhurat, Puja Vidhi, Fasting, Significance | Patrika News

गणेश चतुर्थी 2018 : इस मंत्र से करें भगवान गणेश को प्रसन्न, जानिए शुभ मुहूर्त और गणेश पूजा की विधि

locationजयपुरPublished: Sep 12, 2018 01:37:22 pm

Submitted by:

rohit sharma

www.patrika.com/rajasthan-news

GANESH 2018

GANESH 2018

जयपुर ।

राजस्थान समेत पूरे देशभर में मनाया जाने वाला पर्व ganesh chaturthi 2018 की तैयारियां जोरों-शोरो पर है। गुरुवार यानि कल 13 सितंबर को पूरे देश में गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी जाएगी। भादो मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश का प्राकट्य हुआ था। इसलिए भगवान गणेश का जन्म उत्सव गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार माना जाता है इसी दिन गणेश का जन्म हुआ था।
गणेश चतुर्थी का महत्व (Ganesh Chaturthi 2018 Significance)

गणेश चतुर्थी के दिन से ही पर्व की शुरुआत हो जाती है और ये पर्व अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाता है। लोग गणेश चतुर्थी के दिन गणेश मूर्ति की स्थापना मंदिरों और अपने-अपने घरों में करते है। साथ ही 11 दिन तक पूजा-अर्चना की जाती हैं। कई जगह पर 1.30 दिन, 2.30 दिन, 3 दिन या 5 दिन के गणेश जी स्थापित किए जाते हैं। 11 दिन बाद गाजे बाजे से श्री गणेश प्रतिमा को किसी तालाब इत्यादि जल में विसर्जित किया जाता है। भारत में गणेश चतुर्थी का महत्व बहुत माना जाता है माना जाता है कि ग्यारह दिन पूजा अर्चना के बाद भगवान गणेश इच्छित फल देते हैं।

गणेश चतुर्थी का व्रत करने से होते हैं संकट दूर (Ganesh Chaturthi 2018 Fasting)

गणेश चतुर्थी की मान्यता भारत में सबसे ज्यादा मुंबई में है। यहां लोग बड़े धूम-धाम से गणेश चतुर्थी को मनाते है। माना जाता है इस दिन व्रत करने पर विघ्नेश्वरगणेश प्रसन्न होकर समस्त विघ्न और संकट दूर कर देते हैं।

गणेश स्थापना के शुभ मुहूर्त (Ganesh Chaturthi 2018 Muhurat)

गणेश चतुर्थी के दिन सवश्रेष्ठ मुहूर्त की बात करें तो ये 11 बजकर 08 मिनट से शुरू होकर दोपहर के 1 बजकर 34 मिनट तक रहेगा।
कैसे करें गणेश पूजा (Ganesh Chaturthi 2018 Puja Vidhi)

गणेश चतुर्थी के मौके पर भगवान गणपति की प्रतिमा की स्थापना के साथ ही पूजा की शुरुआत करते हैं। पूजा के लिए कुछ विशेष सामग्री की जरूरत भी होती है, जिसमे अगरबत्‍ती और धूप, चांदी का वर्क, आरती थाली, सुपारी, पान के पत्‍ते और मूर्ति पर डालने के लिए कपड़ा आदि चाहिए। गणेश पूजा के दौरान मंत्र ‘ ऊं गं गणपतये नम:’ का जाप करें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो