यात्री प्रतीक्षालय पर हुआ अतिक्रमण
योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में है।
यात्री प्रतीक्षालय पर हुआ अतिक्रमण
सिवनी. ग्राम पंचायत छपारा नगर के बस स्टेण्ड में एक यात्री प्रतीक्षालय है। कुछ लोगो द्वारा अपनी आय के साधन का विस्तार कर इसे निजी संपत्ति की तरह उपयोग किया जा रहा है। भीषण गर्मी में यात्रियों के लिए बैठने तक की जगह नहीं है। वर्तमान समय में गर्मी में भी लोग बस स्टेण्ड में आसपास की दुकानों में आश्रय ले कर धूप से बचने का प्रयास कर रहे हैं। किन्तु शासन द्वारा निर्धारित नियत स्थान का या तो उन्हें पता ही नहीं है या फिर वहां का अतिक्रमण और गंदगी देखते हुए आम यात्रीगण वहां जाना ही पसंद नहीं करते है। छपारा बस स्टेण्ड की तो यहां पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय काम्प्लेक्स तो बना दिया गया। परन्तु काम्प्लेक्स में सिर्फ दुकान ही निकाली गई।
कब बनेगा मॉडल शौचालय –
यात्री सुविधाओं के नाम पर बनने वाला सुलभ शौचालय ऐसी जगह बनाया गया। जिसको की बाहर से आने वाला यात्री पता ही नहीं चल पाता कि सुलभ शौचालय है कि नहीं। जिसमें छपारा के अधिकांश यात्री भी इस सुविधा से वंचित हो जाते हैं। जबकि गत फरवरी माह में सड़क सुरक्षा सप्ताह के चलते यात्री प्रतीक्षालय के आसपास का अतिक्रमण हटाया गया था और उसके बगल से ग्राम पंचायत छपारा के सरपंच, सचिव द्वारा मॉडल शौचालय बनाने की बात भी कही गई थी, जो कि तीन-चार माह बीत जाने के बाद यह योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में है।
अभी हाल में ही नव निर्मित दुर्गा मंदिर में वाटर कूलर किसी पुरुष द्वारा लगवा दिया गया। जिससे कुछ हद तक तो यात्रियों के पीने के पानी की समस्या तो हल हुई है। परंतु प्रसाधन के साधन एवं प्रतीक्षालय की समस्या जस की तस बनी हुई है। कुछ दिनों पूर्व लखनादौन एसडीएम द्वारा यात्री प्रतीक्षालय को अतिक्रमण मुक्त करते हुए आम जनता को सुविधओं का लाभ देने का प्रयास किया गया था। परन्तु पंद्रह बीस दिनों बाद ही स्थिति फिर पहले जैसे निर्मित हो गई। छपारा बस स्टैंड में दिनों दिन आवागमन से साधनों द्वारा दिनों दिन जाम की स्थिति निर्मित हो जाती। यात्री प्रतीक्षालय में प्रतीक्षा न करते हुए बस स्टैंड में ही अपना सामान लेकर खड़े रहते हैं। छपारा पुलिस प्रशासन द्वारा कभी-कभी किसी की डियूअी खानापूर्ति के तौर पर लगा दी जाती है।
आगामी समय मे मानसून आने वाला है।ऐसे समय में जब बरसात होगी तब तो यात्री बेचारे कहां तक दुकानों का सहारा लेंगे। संबंधित जनप्रतिनिधि, अधिकारी अथवा निजी सामाजिक सेवा संगठन इस और ध्यान देकर पुन: यात्री प्रतीक्षालय को यात्रियों के लिए व्यवस्थित करा पाते हैं।
इनका कहना है-
राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के द्वारा छपारा के यात्री प्रतीक्षालय को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था। लेकिन लगातार मॉनिटरिंग नहीं होने से यह जस की तस हो गया। इसकी जानकारी मुझे लगी है। लेकिन मॉनीटरिंग का काम स्थानीय स्तर पर पंचायत व पुलिस का है। जल्द ही छपारा नगर को अतिक्रमण मुक्त करने की तैयारी चल रही हैं। इसको लेकर छपारा तहसीलदार और पुलिस विभाग के नगर निरीक्षक को निर्देशित क्या जा चुका है।
अंकुर मेश्राम, एसडीएम लखनादौन