जिससे एंबुलेंस द्वारा मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छपारा लाया गया। जहां उपचार जारी है। वहीं छपारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एक टीम सुकरी ग्राम के लिए रवाना हुई। जो गांव में पहुंचकर जायजा ले रही है। स्वास्थ्य विभाग और पंचायत की टीम ने उल्टी दस्त के पहले प्रकोप के चलते युवाओं के पानी का सैंपल भी लिया है।
जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग, सुकरी ग्राम के 40 वर्षीय चेहता बाई और शिवचरण मर्सकोले से पूरे ग्राम में फैले इस आंत्रशोथ की बीमारी को लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया की गांव में लगभग तीन कुएं हैं। जिसका पानी सभी ग्रामवासी लगभग वर्षभर पीते हैं। लेकिन बढ़ते हुए तापमान से दिनों-दिन जलस्तर घटता जा रहा है। ग्रामीणों का मानना है पानी स्वच्छ न होकर दूषित हो गया। साथ ही स्वास्थ केंद्र के बीएमओ देवाशीष बैनर्जी से चर्चा की गई तो उन्होंने भी दूषित पानी के प्रकोप से ही उल्टी दस्त होने की संभावना व्यक्त की। साथ ही उन्होंने बताया कि जबसे जानकारी मिली तभी से मेडिकल टीम को ग्राम सुकरी के लिए रवाना कर दिया गया है। दोपहर तक ग्राम के उल्टी दस्त से पीडि़त लगभग 45 मरीजो को छपारा अस्पताल लाया गया हैं। जिनका ईलाज जारी है। एक दो लोगों को छोड़कर सभी मरीज सामान्य है और सभी का ईलाज जारी है। आगे जांच में पता चलेगा कि इन सभी लोगों के बीमार होने का मुख्य कारण क्या था।