सूत्रों की मानें तो विधानसभा का मानसून सत्र समाप्त होने के बाद छह अगस्त को सीएम मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar ) ने चार विधायकों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई थी। जिनमें सिरसा ( Sirsa ) से इनेलो विधायक रहे मक्खन लाल ही इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए हैं। पृथला से बसपा विधायक टेकचंद शर्मा, फरीदाबाद एनआईटी से इनेलो विधायक नगेंद्र भड़ाना और समालखा से निर्दलीय विधायक रङ्क्षवद्र मच्छरौली बिना इस्तीफा दिए ही भाजपा में शामिल हुए हैं।
इन तीनों विधायकों के नाम आज भी विधानसभा की अधिकारिक वेबसाइट पर दर्ज हैं। विस सचिवालय ( Secretariat ) से जुड़े सूत्रों ने भी इन तीनों के इस्तीफा नहीं दिए जाने की पुष्टि की है। अभी तक सबसे अधिक इस्तीफे इनेलो व निर्दलीय विधायकों की ओर से ही दिए गए हैं। कांग्रेस ( Congress ) के राई से विधायक रहे जयतीर्थ दहिया भी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ( Ashok Tanwar ) की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए इस्तीफा दे चुके हैं। स्पीकर ने दहिया का इस्तीफा हाथों-हाथ मंजूर कर लिया था।
इस्तीफे के बाद भी भाजपा के 47
भाजपा कुल 47 विधायकों के साथ पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई थी। नारायणगढ़ से विधायक रहे नायब सिंह सैनी ( Nayab Singh Saini ) के इस्तीफे के बाद भी पार्टी के संख्याबल में कमी नहीं आई है। जींद ( Jeend ) में डॉ. हरिचंद मिढ्ढा के निधन के बाद हुए उपचुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ्ढा ने जीत हासिल की। कुरुक्षेत्र से लोकसभा ( Lok Sabha ) चुनाव जीतने के बाद नायब सैनी ने विधानसभा की सदस्यता छोड़ी थी।
अब विधानसभा की दलीय स्थिति
पार्टी विधायक
भाजपा 47
कांग्रेस 16
इनेलो 08
बसपा 01
अकाली 01
निर्दलीय 02
कुल 75