गुलाम नबी आजाद आज ईदगाह कालोनी और गन्नौर में जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश को बताएं कि वह पाकिस्तान से आज तक किसे पकड़ कर लाए हैं और उनका क्या योगदान है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब-जब देश की तरफ किसी ने आंख तरेरी है, सेना ने माकूल जवाब दिया है। लेकिन देश में सत्तारूढ़ रहते कांग्रेस पार्टी ने कभी इसे नहीं भुनाया और ना ही सेना के नाम पर चुनाव में राजनीति की। उन्होंने कहा कि पीएम रहते स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने 93 हजार पाकिस्तान के सैनिकों को सिरेंडर करने पर मजबूर किया था और बाद में उन्हें रिहा किया। लेकिन इसके नाम पर भी कभी कांग्रेस ने वोट नहीं मांगा। चूंकि सेना देश का गौरव है और वह किसी दल के लिए काम नहीं करती हैं, बल्कि उनका काम देश की सुरक्षा का है।
आजाद ने कहा कि मौजूदा सरकार के पास अपना बताने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वह सेना को आगे करके उसका राजनीतिकरण करना चाह रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आहवान किया कि वह लोगों के बीच जाएं और उन्हें बताएं कि कैसे भाजपा ऐतिहासिक झूठ बोल रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव में पीएम ने अपने पद की सारी गरिमा को ताक पर रख दिया है। वह ऐसा झूठ बोलते हैं, जिसका कोई सिर-पैर नहीं होता है। पर, यह कार्यकर्ताओं का काम है कि वह भाजपा के जुमलों की हकीकत लोगों के बीच जाकर रखे। ताकि यहां से बहुमत से जीत दर्ज की जा सके और लोगों को भाजपा की हकीकत का पता चले।
उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि हरियाणा जैसे भाईचारे वाले प्रदेश को भाजपा ने जाति के आधार पर बांटने का काम किया है। जबकि हरियाणा ने कई बड़े दिग्गज नेता देश को दिए हैं, लेकिन किसी ने भी जाति के आधार पर राजनीति नहीं की। इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पंडित कुलदीप शर्मा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।