इंडियन नेशनल लोकदल की राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में जींद उपचुनाव परिणाम की समीक्षा के बाद अभय सिंह चौटाला ने पत्रकारों से बातचीत में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले भी ऐसा हुआ है कि उपचुनाव में कोई पार्टी चुनाव जीती और बहुमत हासिल कर किसी और पार्टी ने सरकार बनाई।
अभय सिंह ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है कि इंडियन नेशनल लोकदल को किसी एक बूथ पर दो या तीन ही वोट मिलें। जींद उपचुनाव में धांधली के चलते ऐसा हुआ है। ईवीएम में गडबडी की गई और पैसा व शराब बांटी गई। चुनाव आयोग से इस धांधली की जांच की मांग कर ऐसे लोगों के चुनाव लडने पर रोक की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग सत्ता में आते है तो भ्रष्टाचार बढाने का काम ही करेंगे। आगामी विधानसभा सत्र में भी इस धांधली का मुद्या उठाया जाएगा।
हाल में केन्द्र सरकार द्वारा अंतरिम बजट में किसानों को छह हजार रूपए सालाना की मदद देने के प्रस्ताव को अपर्याप्त बताते हुए अभय सिंह ने कहा कि पार्टी ने कम से कम 21 हजार रूपए देने का प्रस्ताव पारित किया है। उन्होंने कहा कि वास्तव में किसान को लागत का पचास फीसदी लाभ के रूप में मिलना चाहिए। तेलंगाना के फॉर्मूले के अनुसार प्रति एकड चार हजार रूपए दिए जाने चाहिए।
इससे पहले पार्टी की राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में अभय सिंह ने कहा कि जींद उपचुनाव में पार्टी कार्यकर्ता ने ईमानदारी से काम किया। डाले गए वोट गिनती में नजर नहीं आए। सत्तारूढ भाजपा को इनेलो बसपा गठबंधन से चिता थी। इसलिए इनेलो का वोट शिफ्ट किया गया। भाजपा सरकार ने सरपंचों को जांच के नाम डराकर वोट डलवाए। मीडिया भी 18 से 22 हजार तक वोट मिलने की बात कर रहा था। उन्होंने कहा कि पिछले समय में पार्टी 9 विधायकों से 32 पर पहुंची थी। अभी तो दो विधायक कम होने के बाद भी 17 विधायक है।