इसे भी पढ़ें 5 लाख के मुफ्त इलाज का टूटा भरम, आयुष्मान कार्डधारक से सरकारी अस्प्ताल में वसूले 11 हजार 500 रुपये बताया गया है कि मड़िहान थाने के ददरा गांव निवासी 26 साल का रविन्द्र कोल गांव में ही बने जौनपुरी ढाबे पर वेटर है। हाल ही मे उसने एक बाइक भी खरीदी है, जिसके लिये अपने हिस्से की जमीन बेचनी पड़ी। वेटर के काम में बहुत अच्छी इनकम न होने से वह मुंबई जाकर कुछ और काम करने जाने वाला था। नए काम में उसे तरक्की मिले तो इसके लिये ढाबे से खाली होकर किसी से ताबीज लेने के लिये सुकृत जा रहा था। इधर सोनभद्र में पुलिस की चेकिंग चल रही थी। सोनभद्र जिले की सीमा में कर्मा थानाक्षेत्र के कुचमरवा गांव के नजदीक गाड़ी का कागज और लाइसेंस वगैरह न होने के चलते वह पुलिस चेकिंग पर नहीं रुका तो पुलिस ने पीछाकर उसे दो गोली मार दी। वह बाइक समेत सड़क पर गिरकर तड़पने लगा। तत्काल उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। जब घायल रविन्द्र कोल के परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे और रविन्द्र ने उन्हें पूरी बात बतायी तो पुलिस वहां से भाग खड़ी हुई।
इसे भी पढ़ें पिता को बचाने कुएं में उतरे बेटे की मौत, जहरीली गैस से पिता की हालत गंभीर उधर पुलिस वाले अब भी अपने बचने की जुगत में लगे हुए थे। खुद को बचाने के लिय वो रविन्द्र को अपराधी घोषित करने की संभावना तलाशने लगे। उसका आपराधिक इतिहास खंगाला, लेकिन कहीं शांति भंग जैसी मामूली धारा में भी उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली। सोनभद्र के एसपी ताज पाटिल ने भी माना कि उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और न ही कभी उसे शांति भंग तक में चालान किया गया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषी पाए जाने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
By Santosh