राजा रघुवर दयाल मैदान में आयोजित मायावती के जन्मदिन पर कार्यक्रम पर सपा और बसपा के कार्यकर्ताओं की एक जुटता नजर नही आयी। सड़क से लेकर कार्यक्रम स्थल तक समाजवादी पार्टी के बैनर नही दिखे और न ही सपा के दिग्गज नेता मंच पर दिखाई दिए। लिहाजा इससे यह प्रतीत होता हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर जरूर दोनों पार्टियों में गठबंधन हो चुका हैं लेकिन जमीनी स्तर पर अभी भी सपाई बसपाइयों के कार्यक्रम से दूरी बनाए हुए हैं और आगामी लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा दोनों पार्टियों को भुगतना पड़ सकता हैं। बसपा के नेताओं का कहना था कि सपा नेताओं को कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा गया था और वह सभी आये भी थे किंतु समय कम होने के कारण वह चले गए हैं और हम सभी पार्टी के निर्देशों का पालन करेंगे और चुनाव में विरोधी पार्टियों को आइना दिखाने का काम करेंगे।
सीतापुर से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट-