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27 जनवरी को आनी थी बेटी की बारात, उससे पहले ही जेसीबी से ढहा दिया गया घर, ठोकरें खाने को मजबूर पूरा परिवार

locationसीतापुरPublished: Jan 17, 2019 11:03:01 am

27 जनवरी को आनी थी बेटी की बारात, उससे पहले ही जेसीबी से ढहा दिया गया घर, ठोकरें खाने को मजबूर पूरा परिवार

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27 जनवरी को आनी थी बेटी की बारात, उससे पहले ही जेसीबी से ढहा दिया गया घर, ठोकरें खाने को मजबूर पूरा परिवार

सीतापुर। पीएडब्ल्यूडी और सिटी मजिस्ट्रेट के अध्यक्षता में चल रहे अतिक्रमण अभियान के तहत आज नगर पालिका टीम ने एक ऐसी मकान को जेसीबी से ढहा दिया जिस घर मे आने वाली 27 जनवरी को बेटी की बारात आने वाली थी। पहले से कुदरत और बेबसी की मार झेल रहे इस परिवार पर जिला प्रशासन ने इस कदर कहर ढाया हैं कि अब परिवार के पास खाने को बर्तन और इस कड़ाके की ठंड से बचने के लिए छत भी नसीब नही हो रही हैं। बेटी के माता-पिता जिला प्रशासन से हाथ जोडकर गिड़गिड़ाते रहे लेकिन झोपड़ पट्टी में गुजर बसर कर रहे परिवार पर रहम नही किया और टीम ने जेसीबी से उनके अरमानों के घर को ज़मीदोज़ कर दिया।
मामला शहर कोतवाली स्थित आरएमपी मार्ग का हैं। यहां के निवासी रामकिशुन की 20 वर्षीय पुत्री ज्ञानू का विवाह 27 जनवरी को होना तय था। ज्ञानू क्व माता-पिता और परिवार वाले शादी की तैयारियों में जुटे थे लेकिन आज उनकी जिंगदी में आने वाले तूफान की जानकारी किसी को नही थी। पीड़ित के मुताबिक आज पीएडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण अभियान के तहत आज गन्ना आफिस से लेकर आरएमपी मार्ग तक अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया था। इसी क्रम के तहत सड़क किनारे सालों से रह रहे रामकिशुन के घर पर भी जेसीबी चला दी गयी। शादी के घर मे शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी और लेकिन जिला प्रशासन की जेसीबी ने सारे सामान को तहस-नहस कर दिया और परिवार को सड़क और लेकर छोड़ दिया। बेबसी की मार झेल रहा परिवार अब आने वाली 27 जनवरी को बेटी की शादी किस छत के नीचे करेगा इसका जवाब अब किसी के पास नही हैं। रामकिशुन की बेटी की शादी को अब मात्रा 11 दिन बचे है और वह अब जिला प्रशासन के आगे बेबसी के आंसू बहा रहा हैं लेकिन उसकी फरियाद सुनने वाला कोई नही हैं। वहीं जिले जिम्मेदार आलाधिकारी इस हादसे को अतिक्रमण का शिकार होना बताकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं।

सीतापुर से अभिषेक सिंह की रिपोर्ट-

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