पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने बीती 11 जनवरी को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम, निर्मल सिंह, कुलदीप सिंह व कृष्ण लाल को अलग-अलग धाराओं के तहत दोषी करार दिया था। अब 17 जनवरी को अदालत द्वारा सभी दोषियों को सजा सुनाई जाएगी।
नियमानुसार जब किसी अपराधी को उसके अपराध की सजा सुनाई जाती है तो न्यायाधीश व अपराधी आमने-सामने होने चाहिएं। दूसरी तरफ अतीत की घटनाओं से सबक लेते हुए हरियाणा सरकार ने सभी अपराधियों को अदालत में पेश करने से हाथ पीछे खींच लिया है। इस मामले में सरकार किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती है। जिसके चलते आज पंचकूला जिला अटार्नी ने सीबीआई कोर्ट में एक याचिका दायर करके सभी अपराधियों को रोहतक की सुनारियां जेल में सजा सुनाए जाने की गुहार लगाई है।
जिला अटार्नी ने अपनी याचिका में सरकार की तरफ से कहा है कि 25 अगस्त 2017 को पंचकूला में हुई हिंसा के घातक परिणाम सामने आ चुके हैं। इस मामले में अभी भी कई आरोपी फरार हैं। जिसके चलते जिला अटार्नी ने अदालत में दोषियों के लिए जेल में ही कोर्ट लगाने अथवा वीडियो कांफ्रैसिंग के माध्यम से सजा सुनाने की अपील की है। सीबीआई कोर्ट इस बारे में बुधवार को निर्णय करेगी।