कलेक्टर विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करने चितरंगी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग मामले में 10 सचिवों को कारण बताओ नोटिस व एक रोजगार सहायक का वेतन काटने का निर्देश दिया है। जनपद पंचायत चितरंगी में बैठक के दौरान कलेक्टर ने उपस्थित सचिवों व रोजगार सहायकों से पंचायातवार निर्माण कार्यों की जानकारी ली गई।
उन्होंने पंचायतों में चल रहे पीडीएस गोदामों के निर्माण में चल रहे कार्यों, आंगनबाड़ी भवनों, सामुदायिक भवनों के निर्माण की स्थिति व मजदूरों की मजदूरी के भुगतान की भी पड़ताल की। पड़ताल में कलेक्टर ने पाया कि दस पंचायतों के सचिवों ने बजट के अनुपात में महज 3 प्रतिशत ही मजदूरों को कार्य दिया है।
बाकी की राशि खाते में डंप है। इसे कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए ग्राम पंचायत चिनगो के सचिव, ग्राम पंचायत नौडिय़ा, ग्राम पंचायत देवरी द्वितीय, ग्राम पंचायत डिघवार के सचिव को बजट के अनुरूप कम कार्य मजदूरों से कराए जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास की प्रथम किस्त प्राप्त होने के बावजूद भी आवासों का निर्माण नहीं कराए जाने पर ग्राम पंचायत कुड़ैनिया, मटिहनी व शिवपुरावा के सचिवों को भी लापरवाही बरतने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है।
पीडीएम गोदाम निर्माण के कार्य में लापरवाही बरतने पर ग्राम पंचायत कतरिहार, नैवारी, नौडि़हवा, देवरी, अमराडीह व पिपरा के सचिवों को भी नोटिस जारी करने का निर्देश है। इसके अलावा ग्राम पंचायत बीछी के रोजगार सहायक सुभाष गुप्ता का 10 दिन का वेतन काटने का निर्देश हुआ है। रोजगार सहायक पर विभिन्न योजनाओं में 40 फीसदी से भी कम कार्य कराए जाने का आरोप है।
कलेक्टर ने बाकी के सचिवों व रोजगार सहायकों को लक्ष्य के अनुरूप कार्य पूरा कराने की हिदायत दी है। प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रथम किस्त से संबंधित कार्य पूरा करा लेने वाले हितग्राहियों को दूसरी किस्त जारी कराए जाने का कलेक्टर ने निर्देश दिया है। कलेक्टर ने कहा कि जिनका कार्य पूरा होता है उन्हें निर्धारित समय सीमा में किस्त उपलब्ध कराया जाए। जिनका कार्य पूरा नहीं हुआ है उनके आवास का कार्य पूरा कराया जाए। कह कि निर्माण कार्य पूरा नहीं करने पर राशि की वसूली की जाएगी।