निगम परिषद के सचिव की ओर से की बैठक के बावत जारी एजेंडा 15 बिन्दुओं पर आधारित हैं। इस तरह से बैठक में 15 प्रस्ताव सहमति के लिए प्रस्तुत किए जाएंगे। वित्तीय स्वीकृति, दुकान व प्लांट आवंटन जैसे अन्य कई दूसरे प्रस्तावों में आधा दर्जन ऐसे प्रस्ताव शामिल हैं, जिन पर पूर्व की बैठकों में सहमति नहीं बन सकी है। प्रस्तावों को एजेंडा में शामिल करने का उद्देश्य जैसे-तैसे सहमति लेना है। क्योंकि इस कार्यकाल में परिषद की यह अंतिम बैठक मानी जा रही है।
फिर बैठक का नहीं मिलेगा मौका
परिषद की यह बैठक एक और लिहाज से हंगामेदार मानी जा रही है। नगर निगम चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नए वर्ष के शुरुआती तीन महीनों में चुनाव की संभावना है। ऐसे में परिषद ही यह बैठक इस कार्यकाल की अंतिम बैठक मानी जा रही है। परिषद पदाधिकारी सहित पार्षद लंबित प्रस्तावों को मंजूर कराने की पूरी कोशिश करेंगे। तय है कि पूर्व की तरह जबरदस्त विरोध भी होगा।
परिषद की यह बैठक एक और लिहाज से हंगामेदार मानी जा रही है। नगर निगम चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नए वर्ष के शुरुआती तीन महीनों में चुनाव की संभावना है। ऐसे में परिषद ही यह बैठक इस कार्यकाल की अंतिम बैठक मानी जा रही है। परिषद पदाधिकारी सहित पार्षद लंबित प्रस्तावों को मंजूर कराने की पूरी कोशिश करेंगे। तय है कि पूर्व की तरह जबरदस्त विरोध भी होगा।
ये प्रमुख मुद्दे बन सकते हैं हंगामे की वजह
– दंगल प्रतियोगिता के लिए सहयोग राशि के भुगतान की स्वीकृति
– महापुरुषों की प्रतिमा के अनावरण में कई को शामिल नहीं करना
– नवजीवन विहार में व्यवसायिक भू-खंडों की स्वीकृति का प्रस्ताव
– आवासीय योजना में भूखंडों के लीज नवीनीकरण का मुद्दा
– दुकानों के आवंटन संबंधित प्रस्तावों की स्वीकृति का प्रस्ताव
– दंगल प्रतियोगिता के लिए सहयोग राशि के भुगतान की स्वीकृति
– महापुरुषों की प्रतिमा के अनावरण में कई को शामिल नहीं करना
– नवजीवन विहार में व्यवसायिक भू-खंडों की स्वीकृति का प्रस्ताव
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