बताते चलें कि ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की अलख जगाने को लेकर जिला प्रशासन स्थानीय स्तर पर कवायद शुरू करने जा रहा है। शिक्षा सारथी योजना के तहत जिले के ऐसे प्राथमिक, हाईस्कूल स्कूल और इंटरमीडिएट विद्यालयों को चिंहित किया जा रहा है, जिनके परीक्षा परिणाम खराब होते रहे हैं, साथ ही एकल शिक्षक वाले स्कूलों में भी भर्ती की जाएगी। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, भर्ती में तकनीकी योग्यता का पैमाना नहीं माना गया है। प्राथमिक स्कूलों में ऐसे शिक्षा सारथी भर्ती किए जाएंगे, जिनकी योग्यता 12 वीं पास हो, जबकि नौवीं से १२वीं तक के स्कूलों में संबंधित विषय में योग्यता के अनुसार भर्ती की जाएगी। शासकीय विद्यालयों एवं आदिवासी छात्रवासों में संगीत/कला का प्रशिक्षण देने के लिए भी शिक्षा सारथी भर्ती किए जाएंगे।
जरूरत क्यों?
सिंगरौली अति पिछड़ा जिला माना जाता है। यहां के स्कूलों में शिक्षकोंकी भारी कमी है। जिसकी वजह से परीक्षा परिणाम अपेक्षित नहीं हो पाता है। यहां डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड से स्थानीय स्तर पर विकास से संबंधित कार्य किए जाते हैं। नीति आयोग की ओर से दिए गये बिंदुओं में शिक्षा के स्तर में गिरावट की बात कही गई है। इसलिए जिला प्रशासन ने ट्रांसफार्म सिंगरौली के तहत शिक्षा में गुणात्मक सुधार शुरू करने जा रहा है।
सिंगरौली अति पिछड़ा जिला माना जाता है। यहां के स्कूलों में शिक्षकोंकी भारी कमी है। जिसकी वजह से परीक्षा परिणाम अपेक्षित नहीं हो पाता है। यहां डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड से स्थानीय स्तर पर विकास से संबंधित कार्य किए जाते हैं। नीति आयोग की ओर से दिए गये बिंदुओं में शिक्षा के स्तर में गिरावट की बात कही गई है। इसलिए जिला प्रशासन ने ट्रांसफार्म सिंगरौली के तहत शिक्षा में गुणात्मक सुधार शुरू करने जा रहा है।
जिले में 1518 प्राथमिक विद्यालय
जिले में 1518 प्राथमिक स्कूल हैं। इनमें से ज्यादातर जिला मुख्यालय से दूर हैं। जहां पढ़ाई का स्तर लगातार गिर रहा है। जिला प्रशासन का मानना है कि अगर प्राथमिक, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट विद्यालयों में पढ़ाई का स्तर सुधार दिया जाय तो परीक्षा परिणाम बेहतर हो जाएगा। इसी मकसद से जिला प्रशासन माध्यमिक विद्यालयों को इस योजना में शामिल नहीं किया है।
जिले में प्राथमिक स्कूल- 1518
जिले में माध्यमिक स्कूल- 508
जिला में हाईस्कूल- 77
जिले में इंटरमीडिएट स्कूल- 67
जिले में 1518 प्राथमिक स्कूल हैं। इनमें से ज्यादातर जिला मुख्यालय से दूर हैं। जहां पढ़ाई का स्तर लगातार गिर रहा है। जिला प्रशासन का मानना है कि अगर प्राथमिक, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट विद्यालयों में पढ़ाई का स्तर सुधार दिया जाय तो परीक्षा परिणाम बेहतर हो जाएगा। इसी मकसद से जिला प्रशासन माध्यमिक विद्यालयों को इस योजना में शामिल नहीं किया है।
जिले में प्राथमिक स्कूल- 1518
जिले में माध्यमिक स्कूल- 508
जिला में हाईस्कूल- 77
जिले में इंटरमीडिएट स्कूल- 67
&सिंगरौली ट्रांसफार्म के तहत शिक्षा सारथियों की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र मंगाए जा रहे हैं। अब तक करीब 450 आवेदन फार्म आ चुके हैं। इसके बाद अभ्यर्थियों का टेस्ट लिया जाएगा। भर्ती के बाद उन्हें मानदेय डीएमएफ से दिया जाएगा।
रोहिणी प्रसाद पाण्डेय, डीईओ