सुपरवाइजर व मुंशी की भूमिका संदिग्ध
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीना खदान में लगे निजी सुरक्षा एजेंसी में सुपरवाइजर व मुंशी की डीजल चोरी में खास भूमिका मानी जा रही है। दोनों डीजल चोरी के मामले में खडिय़ा परियोजना से ब्लैकलिस्टेड हैं। इतना ही नहीं चोरी के आरोप में पकड़े जाने पर उक्त सुपरवाइजर को शक्तिनगर थाने में भी बैठाया गया था। अब यही व्यक्ति बीना परियोजना में लगी निजी सुरक्षा एजेंसी में सुपरवाइजर व मुंशी पद पर सेवा दे रहे हैं। परियोजना के जिम्मेदार अधिकारियों को भी इस मामले की जानकारी है। इनके सह पर बीना खदान छेत्र में ताबड़तोड़ चोरियां हो रही हंै। खदान से रोजाना हो रही हजारों लीटर डीजल की चोरी में एनसीएल को लाखों रुपये की चपत लग रही है, जिसे रोक पाने में परियोजना प्रबंधन नाकाम साबित हो रहा है।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीना खदान में लगे निजी सुरक्षा एजेंसी में सुपरवाइजर व मुंशी की डीजल चोरी में खास भूमिका मानी जा रही है। दोनों डीजल चोरी के मामले में खडिय़ा परियोजना से ब्लैकलिस्टेड हैं। इतना ही नहीं चोरी के आरोप में पकड़े जाने पर उक्त सुपरवाइजर को शक्तिनगर थाने में भी बैठाया गया था। अब यही व्यक्ति बीना परियोजना में लगी निजी सुरक्षा एजेंसी में सुपरवाइजर व मुंशी पद पर सेवा दे रहे हैं। परियोजना के जिम्मेदार अधिकारियों को भी इस मामले की जानकारी है। इनके सह पर बीना खदान छेत्र में ताबड़तोड़ चोरियां हो रही हंै। खदान से रोजाना हो रही हजारों लीटर डीजल की चोरी में एनसीएल को लाखों रुपये की चपत लग रही है, जिसे रोक पाने में परियोजना प्रबंधन नाकाम साबित हो रहा है।
प्रतिदिन हजारों लीटर डीजल चोरी
बता दें कि बीना खदान क्षेत्र के डम्फर, पार्किंग, वर्कशाप, नार्थ डंपिंग से रोजाना हजारों लीटर डीजल की चोरी की जा रही है। वहीं ककरी परियोजना में डीजल चोरी का कारोबार चरम पर है। यहां तो माफियाओं द्वारा डीजल की चोरी दिनदहाड़े की जा रही है। विभाग से ही जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस पूरे घटनाक्रम में शामिल खदान क्षेत्र में कार्य कर रही निजी सुरक्षा एजेंजी के लोग ही शामिल हैं। एनसीएल के बीना व ककरी परियोजना में संबंधित अधिकारियों व निजी सुरक्षा एजेंसी के मिलीभगत से रोजाना भारी मात्रा में डीजल की चोरी कर स्थानीय ट्रांसपोर्टरों को बेचा जा रहा है।
बता दें कि बीना खदान क्षेत्र के डम्फर, पार्किंग, वर्कशाप, नार्थ डंपिंग से रोजाना हजारों लीटर डीजल की चोरी की जा रही है। वहीं ककरी परियोजना में डीजल चोरी का कारोबार चरम पर है। यहां तो माफियाओं द्वारा डीजल की चोरी दिनदहाड़े की जा रही है। विभाग से ही जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस पूरे घटनाक्रम में शामिल खदान क्षेत्र में कार्य कर रही निजी सुरक्षा एजेंजी के लोग ही शामिल हैं। एनसीएल के बीना व ककरी परियोजना में संबंधित अधिकारियों व निजी सुरक्षा एजेंसी के मिलीभगत से रोजाना भारी मात्रा में डीजल की चोरी कर स्थानीय ट्रांसपोर्टरों को बेचा जा रहा है।
तेल माफियाओं के खिलाफ कारवाई की मांग
कोल फील्ड लेबर यूनियन के जनरल सेक्रेटरी पीएस पाण्डेय ने कहा कि एनसीएल परियोजनाओं में तेल माफियाओं की सक्रियता को देख ऐसा प्रतीत होता है कि परियोजनाओं में लगी सुरक्षा एजेंसी डीजल चोरी पर अंकुश नहीं लगा पा रही हैं। इस पर एनसीएल प्रबन्धन को गंभीर होने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे बताया कि परियोजनाओं में लगी निजी सुरक्षा एजेंजी की मिलीभगत से व्यापक पैमाने पर डीजल और कबाड़ की चोरी हो रही है। ऐसी स्थिति में परियोजना प्रबन्धन को निश्चित ही गंभीरता दिखानी चाहिए, साथ ही संबंधित सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करनी चाहिए।
परियोजनाओं में हो रही डीजल चोरी को लेकर प्रबंधन के साथ मैं काफी गंभीर हूं। प्रदेश सरकार से मदद नहीं मिल पा रही है। इस मसले पर मेरा पूरा ध्यान बना हुआ है। इसके पहले भी माफियाओं के खिलाफ कई कारवाई की जा चुकी है। जल्द ही माफियाओं के खिलाफ कारवाई की जाएगी।
शैलेंद्र सिंह, मुख्य सुरक्षा अधिकारी, एनसीएल सिगरौली
कोल फील्ड लेबर यूनियन के जनरल सेक्रेटरी पीएस पाण्डेय ने कहा कि एनसीएल परियोजनाओं में तेल माफियाओं की सक्रियता को देख ऐसा प्रतीत होता है कि परियोजनाओं में लगी सुरक्षा एजेंसी डीजल चोरी पर अंकुश नहीं लगा पा रही हैं। इस पर एनसीएल प्रबन्धन को गंभीर होने की आवश्यकता है। उन्होंने आगे बताया कि परियोजनाओं में लगी निजी सुरक्षा एजेंजी की मिलीभगत से व्यापक पैमाने पर डीजल और कबाड़ की चोरी हो रही है। ऐसी स्थिति में परियोजना प्रबन्धन को निश्चित ही गंभीरता दिखानी चाहिए, साथ ही संबंधित सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कारवाई करनी चाहिए।
परियोजनाओं में हो रही डीजल चोरी को लेकर प्रबंधन के साथ मैं काफी गंभीर हूं। प्रदेश सरकार से मदद नहीं मिल पा रही है। इस मसले पर मेरा पूरा ध्यान बना हुआ है। इसके पहले भी माफियाओं के खिलाफ कई कारवाई की जा चुकी है। जल्द ही माफियाओं के खिलाफ कारवाई की जाएगी।
शैलेंद्र सिंह, मुख्य सुरक्षा अधिकारी, एनसीएल सिगरौली