आबूरोड : पुलिस ने फिर पकड़े दो बाइक चोर
सिंगरौलीPublished: Feb 08, 2017 11:15:00 am
शहर पुलिस ने दो और बाइक चोरों को पकडऩे में कामयाबी हासिल की है। फिलहाल दोनों ने बाइक चोरी की एक-एक वारदात ही कबूली है, पर पुलिस को भरोसा है कि दोनों को पीसी रिमांड पर लेने पर शहर में बाइक चोरी की और वारदातें खुल सकती है।
police again caught bike thieves
शहर पुलिस ने दो और बाइक चोरों को पकडऩे में कामयाबी हासिल की है। फिलहाल दोनों ने बाइक चोरी की एक-एक वारदात ही कबूली है, पर पुलिस को भरोसा है कि दोनों को पीसी रिमांड पर लेने पर शहर में बाइक चोरी की और वारदातें खुल सकती है। दोनों आरोपी गुजरात में उपला खापा (अमीरगढ़) व बालुन्दरा (अमीरगढ़) के है। साल के आरम्भ में भी पुलिस दो बाइक चोर पकड़ चुकी है। उनसे चोरी की तेरह बाइक बरामद भी की जा चुकी है। पूर्व में पकड़े गए आरोपी आवल के है। आवल गुजरात बॉर्डर के इस ओर है तो उपला खापा व बालुन्दरा गुजरात बॉर्डर में है। शहर में बाइक चोरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले साल शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों से 38 बाइकें चोरी गई थी। इस साल भी अब तक बाइक चोरी की आधा दर्जन वारदातें हो चुकी है। अमूमन चोरी की बाइक गुजरात में सस्ते दामों पर बेच दी जाती है।
पुलिस की रणनीति का नतीजा
पुलिस के लिए सिर-दर्द बनी बाइक चोरी की वारदातों में लिप्त आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने हाल ही में नई रणनीति के तहत औचक गश्त का कार्यक्रम बनाया था। दिन-रात की गश्त के अलावा औचक गश्त का समय पुलिसकर्मियों को ऐन वक्त पर बताया जाता है। साथ ही पुलिस कर्मी संदिग्धों पर कड़ी नजर रखने का सम्बंधित क्षेत्र के व्यापारियों, ठेले व रेहड़ी वालों व फुटपाथ पर बैठकर व्यापार करने वालों से आग्रह कर रही है। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारियां इसी का नतीजा बताया जा रहा है।
पुलिस पहुंच सकती है नेटवर्क तक
दरअसल बाइक चोरी की वारदात में एकाध दो आरोपी हो, ऐसा नहीं लग रहा है। अब तक की बाइक चोरी की वारदातों का विश्लेषण करने पर पुलिस का अनुमान में है कि यह पूरा नेटवर्क हो सकता है, जो बाइक उड़ाने व चोरी के बाद बिना कागजात के बेचने में भी एक-दूसरे की मदद करते हो। ऐसा माना जा रहा है कि चोरी की अधिकतर बाइकें गुजरात के ग्रामीण इलाकों में ही बेच दी जाती है और वे भी सस्ती कीमत पर।
उपला खापा व बालुन्दरा के है आरोपी
हैडकांस्टेबल केसाराम मीना ने अमीरगढ़ (गुजरात) थाना क्षेत्र के उपला खापा निवासी आरोपी सूरमाराम पुत्र राजाराम गरासिया को गिरफ्तार किया है। उसने पुराना चेक-पोस्ट क्षेत्र से गत 14 जनवरी को एक ट्रान्सपोर्ट कम्पनी के आगे खड़ी नावां (नागौर) निवासी कन्हैयालाल पुत्र रामनिवास शर्मा की बाइक चुराई होने की बात कबूल की है। उधर, एएसआई परतसिंह ने जिस आरोपी इस्माइल खां पुत्र मेहराब खां सुमरा को गिरफ्तार किया है, वह बालुन्दरा (अमीरगढ़) का निवासी है। उसने गत 18 जनवरी को निर्मलकुमार की बाइक आरपीएफ थाने के पास से चुराई होने की बात कबूली है। हालांकि निर्मलकुमार ने बाइक चोरी का मामला 25 जनवरी को दर्ज करवाया था। दोनों बाइकें दिन-दहाड़े चोरी हुई बताई गई है।
बिना हैण्डल लॉक की चोरी आसान
शहर से चोरी जाने वाली अधिकतर बाइक भीड़भाड़ वाले इलाकों से जाती है। या तो लोगों की भीड़भाड़ होती है या वाहनों की। बाइक चोर पुरानी सब्जी मंडी, बस स्टैण्ड के सामने एसबीआई बैंक के बाहर, रेलवे स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज के पास, पारसीचाल तिराहा, सदर बाजार आदि इलाकों के आसपास आम व्यक्ति की तरह बैठते हैं। वहां बैठकर रैकी करते रहते हैं। कौन बाइक को पार्क कर किस तरफ जाता है। रैकी करने वाला अनुमान लगाता है कि वह कितनी देर बाद वापस आ सकता है। उस दौरान मौका देखकर वह बाइक को उठाकर थोड़ा सा आसपास में खसेडऩे की कोशिश करता है, ताकि कोई पूछताछ भी करें तो बता सके कि वह उसे साइड में लगा रहा था। अमूमन बाइक ऐसी ही चोरी जाती है जिनका हैण्डल लॉक नहीं रहता। वैसे पुलिस बाइक चालकों से ताकीद भी कर चुकी है कि कोई भी व्यक्ति अपनी बाइक छोड़कर जाए तो हैण्डल लॉक अवश्य कर लें।