रेलवे की सबसे बड़ी लापरवाही आई सामने, कभी हो सकता है बड़ा हादसा
सीकरPublished: Jan 16, 2019 05:56:44 pm
रेलवे स्टेशन प्रशासन कोई सख्त कार्रवाई नहीं
रेलवे की सबसे बड़ी लापरवाही आई सामने, कभी हो सकता है बड़ा हादसा
सीकर. यह तस्वीर है सीकर के रेलवे स्टेशन की। यहां पर सुबह प्लेटफॉर्म नंबर एक व दो पर ट्रेन खड़ी हुई थी। एक नंबर प्लेटफॉर्म पर चूरू जाने वाली व 2 नंबर प्लेटफॉर्म पर झुंझुनूं जाने वाली ट्रेन थी। इस दौरान झुंझुनूं जाने वाले अधिकांश यात्री सीधे ही पटरियों को पार करते दिखे। जबकी यहां फुटब्रिज बना हुआ है। पटरियां पार करने में बच्चे व महिलाएं भी शामिल थी। कई यात्री तो एन वक्त पर दौड़ कर आ रहे थे। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। इस तरह की लापरवाही से कई बार हादसे भी हो चुके है। इसके बाद भी रेलवे स्टेशन प्रशासन कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रहे है। कई बार तो हालत यह होती है कि टे्रन को टे्रक पार करते यात्रियों के कारण ब्रेक भी लगाने पड़ जाते है।
सख्ती व समझाइश से दूरी
रेलवे प्रशासन टे्रक पार करने वालों के खिलाफ कई बार चालान काटने का अभियान चलाती है। लेकिन कई महीनों से सख्ती व समझाइश अभियान नहीं चलने के कारण इस तरह के मामले बढ़ रहे है। इस मामले में पिछले दिनों विभिन्न संगठनों ने रेलवे अधिकारियों को पत्र भी लिखा था।
सीवर लाइन के टूटे चैंबर के ढक्कन दे रहे हैं हादसों को न्योता
रींगस. कस्बे में पालिका प्रशासन के द्वारा बिछाई गई गंदे पानी की सीवर लाइनों के दर्जनों चैंबर के ढक्कन टूटे हुए हंै। पालिका प्रशासन द्वारा समस्या पर ध्यान नहीं देने के चलते कभी भी ये चैंबर किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते है। कस्बे के रेनवाल रोड पर सरकारी अस्पताल के पास बीच आम रास्ते चैंबर का ढक्कन टूटा हुआ।
रात्रि के अंधेरे में अनेक वाहन चालक इस ढक्कन के कारण गिरकर दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं। वार्ड 14 में भी बीच सडक़ सीवर लाइन के ढक्कन को एक सप्ताह से अधिक हो गया है लेकिन प्रशासन द्वारा ठीक करवाने के बजाय उस पर बड़ा ढक्कन रखवा दिया गया है, जिससे आए दिन रात्रि के अंधेर में पैदल राहगीर ठोकर खाकर गिर रहे है।
ग्रीन गोल्ड कैंपस रोड़ पर सोमवार देर रात्रि एक ट्रक के कारण सीवर लाइन का चैंबर धंस गया जिससे एक बड़ा हादसा होते हुए टला। टूटे हुए चैंबरों व ढक्कन की समस्या को लेकर कस्बे के लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है।