175 किराया भी नहीं दे रहे और अतिक्रमण भी
भगवान की सम्पतियों पर भी लोग कब्जा करने से नहीं चूक रहे है। प्रदेशभर में भगवान की 175 से अधिक सम्पतियों पर अतिक्रमण के मामले सामने आए है। विधानसभा में देवस्थान विभाग की सम्पतियों पर अतिक्रमण का मामला गूंजा। इस पर देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए जल्द ही ठोस नीति बनाई जाएगी।
सबसे ज्यादा सम्पति वाले मंदिर ( Top Temples With Highest Property )
जयपुर के बृजगिरी मंदिर के पास दो आवासीय, छह व्यावसायिक और कृषि सम्पति है। जयपुर के ही लक्ष्मीनारायण मंदिर के पास 11 आवासीय व 18 व्यायसायिक सम्पति ठाकुरजी के नाम से है। राजधानी के ही रघुनाथ मंदिर के पास चार आवासीय व 33 व्यावसायिक सम्पति है।
अलवर, करौली, सीकर के मंदिरों के पास कम
प्रदेश के अलवर, करौली, सीकर, झुंझुनूं, चूरू सहित छह जिलों के मंदिरों के पास सबसे कम कृषि भूमि है। इन मंदिरों के पास आय का कोई बड़ा स्त्रोत नहीं होने के कारण विभाग की ओर से सालाना मदर भी दी जा रही है।
भगवान की जगह पर भी कब्जा
जयपुर: 19
दौसा: 2
सीकर: 0
झुंझुंनू: 0
अलवर: 0
बीकानेर: 3
चूरू: 0
कोटा: 02
बूंदी: 01
बांरा: 0
झालावाड: 0
उदयपुर: 72
चित्तौडगढ: 8
प्रतापगढ: 15
राजसमंद: 4
डूंगरपुर: 0
बांसवाडा: 0
जोधपुर: 6
पाली: 0
बाडमेर: 0
जालौर: 0
सिरोही: 0
जैसलमेर: 0
अजमेर: 2
नागौर: 0
टोंक: 0
भीलवाडा: 0
भरतपुर: 51
धौलपुर: 0
सवाईमाधोपुर: 0
करौली: 0
श्रीगंगानगर: 0
हनुमानगढ: 0