10 दिन में चार मुहूर्त, फिर 70 दिन का ब्रेक
पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि 14 से 23 अप्रेल के बीच तीन श्रेष्ठ विवाह लग्न और एक अबूझ रामनवमी का मुहूर्त होने से चार दिन ही शहनाई बजेगी। इसके बाद शुक्र अस्त होने से 70 दिनों का ब्रेक शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्यों पर लग जाएगा। मई और जून में कोई विवाह मुहूर्त नहीं होंगे। इसके बाद सीधे 2 जुलाई को ही शादी का मुहूर्त हैं। पर इस महीने में भी 16 जुलाई से चातुर्मास शुरू होने से 12 नवंबर तक फिर एक बार विवाह समारोह पर ब्रेक लग जाएगा।
इस महीने ये सावे
खरमास खत्म होने व शुक्र अस्त होने के बीच अप्रेल में चार सावों में शादियां हो सकेगी। इनमें 17 अप्रेल को रामनवमी का अबूझ मुहूर्त है। इसके बाद 18, 21 व 22 अप्रेल को बैंड- बाजा व बारात की धूम रहेगी।