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अब राजस्थान के बच्चे पढ़ेंगे शहीदों का पाठ, Pulwama आतंकी हमले के बाद सरकार का बड़ा फैसला

locationसीकरPublished: Feb 18, 2019 11:44:52 am

Submitted by:

Vinod Chauhan

Pulwama Attack: प्रदेश के स्कूली बच्चों को अब शहीदों के पाठ पढाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने लगभग पूरी तैयारी कर ली है। शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने पाठ्यक्रम समीक्षा समिति के सामने रविवार को यह प्रस्ताव रखा है।

Pulwama Attack: प्रदेश के स्कूली बच्चों को अब शहीदों के पाठ पढाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने लगभग पूरी तैयारी कर ली है। शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने पाठ्यक्रम समीक्षा समिति के सामने रविवार को यह प्रस्ताव रखा है।

अब राजस्थान के बच्चे पढ़ेंगे शहीदों का पाठ, आतंकी हमले के बाद सरकार का बड़ा फैसला

सीकर.

प्रदेश के स्कूली बच्चों को अब शहीदों के पाठ पढाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने लगभग पूरी तैयारी कर ली है। शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने पाठ्यक्रम समीक्षा समिति के सामने रविवार को यह प्रस्ताव रखा है। समिति अध्ययन के बाद 20 फरवरी को रिपोर्ट राज्य सरकार को देगी। ऐसे में कक्षा एक से बारहवीं तक के पाठ्यक्रम में शहीदों के पाठ जुडऩा लगभग तय हो गया है। शिक्षामंत्री ने बताया कि समिति की रिपोर्ट आने के बाद इसे जल्द लागू किया जाएगा। फिलहाल दोनों समितियों के सदस्यों ने मंत्री के प्रस्ताव के बाद शहीदों को पाठ्यक्रम में शामिल करने की कवायद शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो कमेटी अभी इन बिन्दुओं पर विचार कर रही है किस कक्षा की कौनसी पुस्तक में शहीदों का कितना हिस्सा शामिल किया जाए। पाठ्यक्रम में मुख्य तौर पर राजस्थान के शहीदों को शामिल किया जाएगा।


दो कमेटी कर रही है समीक्षा
प्रदेश में पाठ्यक्रम समीक्षा के लिए पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने दो कमेटी गठित की थी। कक्षा एक से आठवीं तक की पाठ्यक्रम की समीक्षा के लिए गठित समिति में मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि के पूर्व कुलपति आईवी त्रिवेदी को समन्वयक, राजकीय महाविद्यालय चौमूं के सहायक आचार्य जीएन घासिया व राजकीय महाविद्यालय सीकर के सहायक आचार्य राजीव बगडिय़ा व कालाडेरा कॉलेज के सहायक आचार्य आशीष व्यास को सदस्य नियुक्त किया है। वहीं कक्षा नवीं से बारहवीं तक के लिए गठित समिति में समन्यक बीएल शर्मा, सदस्य पवन भंवरिया, सुनीता पचौरी व एसएल मीणा को सदस्य बनाया है।


पाठ्यक्रम में ऐसे शामिल करने की तैयारी
प्रदेश के विद्यार्थियों को शहीदों को बारे में जानकारी देने के लिए राज्य सरकार पाठ्यक्रम में पुराने युद्धों से लेकर अब तक विभिन्न सेना ऑपरेशनों के शहीदों के बारे में जानकारी देने की तैयारी में है। छोटी कक्षाओं में शहीदों की सूची जोड़ी जा सकती है। वहीं पांचवीं से बारहवीं तक के पाठ्यक्रम में शहीदों की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।


शहीदों के नामकरण की मांगी रिपोर्ट
स्कूलों के शहीदों के नामकरण को लेकर भी शिक्षामंत्री ने रिपोर्ट मांगी है। इस तरह के अटके प्रस्तावों को जल्द स्वीकृति दी जाएगी। सरकार के इस निर्णय पर शेखावाटी के शहीद परिवारों ने काफी खुशी जताई। शहीद परिवार के सदस्यों का कहना है कि देश के हीरो नाम से नई पुस्तक शुरू की जाए।


इनका कहना है
शहीदों पर हम सभी को गर्व है। लेकिन पाठ्यक्रम में शहीदों के बारे में कुछ नहीं है। इसलिए हमारी सरकार चाहती है कि पाठ्यक्रम में शहीदों के पाठ शामिल किए जाए। इसके लिए पाठ्यक्रम निर्धारण समिति के सामने प्रस्ताव रखा है। समिति 20 फरवरी को राज्य सरकार को रिपोर्ट देगी। -गोविन्द सिंह डोटासरा, शिक्षा मंत्री

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