इधर, कृष्ण-रुक्मणी विवाह
फतेहपुर. नगर अराध्य देव श्री लक्ष्मीनाथ मन्दिर मे 141वीं श्रीमद् भागवत कथा के आठवें दिन शुक्रवार को श्री कृष्ण और रुक्मणी का विवाह बड़े ही धूमधाम से हुआ। मुख्य यजमान प्रभुदयाल घीसराम सोनी ने कृष्ण-रूकमणी की पूजा अर्चना की। कथा वाचक पं प्रमोद मिश्रा ने कहा कि रुक्मण्ी भगवान की माया के समान थी, जिन्होंने मन ही मन में यह निश्चित कर लिया था कि भगवान श्री कृष्ण ही मेरे लिए योग्य पति हैं। श्रद्धालुओं कृष्ण व रुक्मणी जी की झांकी के दर्शन किए।