मायानगरी मुंबई में जहां 40 फीसदी लोग मानसिक तनाव से ग्रसित हैं। वहीं देशभर में इनकी संख्या करीब 17 फीसदी है। हर व्यक्ति के जीवन में उत्साह लाना और उनमें छुपी कुशलता को बाहर लाना ही जीवन का उदेश्य है। इसलिए वे हर प्रांत का दौरा कर वहां के लोगों से मिल रहे हैं। ताकि विश्व में शांति कायम की जा सके।
हालांकि इसके लिए केवल सरकार को नहीं बल्कि गैर सरकारी संस्थाओं को भी आगे आना होगा। एससीएसटी कानून पर उनका कहना था कि सभी को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की पालना करनी चाहिए। रामजन्म भूमि के सवाल पर कहा कि इसके लिए अभी भी बातचीत जारी है, चल रही है। सही समय पर इस बारे में बयान दूंगा। जीएसटी व चुनाव में किसी पार्टी के प्रचार करने के सवाल को वे टाल गए।
बाबा बोले यहां तो डेजर्ट होगा
रविशंकर ने कहा कि सीकर का नाम आने पर उनके मन में यह था कि यहां रेगिस्तानी एरिया होगा। हर तरफ डेजर्ट होगा, दूर दूर तक मिट्टी के टीले होंगे, लेकिन यहां आकर हरियाली बिखरी देखी तो मन की सारी गलत-फहमी भी दूर हो गई। यहां आंकर बहुत सुंदर लग रहा है।
रसिया से भी पहुंचे श्रद्धालुजिला स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में सात-समंदर पार से भी श्रद्धालु शामिल हुए। रसिया से महाराज को सुनने टीम के साथ सीकर पहुंची इवान व सेलिया नोवे ने बताया कि उनके यहां भी रविशंकर आध्यात्मिक ज्ञान देने के लिए पहुंचे हैं। टीम के सदस्य जयपुर आए हुए थे। पता चला कि रविशंकर का सीकर में कार्यक्रम है। इसलिए दर्जनभर साथियों को साथ लेकर वे यहां सीकर पहुंची है।