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जिला स्तर से लेकर सभी चैंपियनशिप रितू ने यहीं से खेली है। वेट लिफ्टिंग प्रशिक्षक एवं खेल अधिकारी उदयभान सिंह रावत ने बताया कि उदयपुर के लव कुश इंडौर स्टेडियम में आठ व नौ सितंबर को आयोजित प्रतियोगिता में रितू ने 73 किलोग्राम भार वर्ग में सब जुनियर, जुनियर व सीनियर इन तीनों केटेगरी में स्वर्ण पदक जीता है। रितू का जन्म साधारण किसान परिवार में हुआ है।
सभी खिलाड़ी सुबह डेढ़ घंटे तथा शाम को ढाई घंटे जिला खेल स्टेडियम में प्रशिक्षण लेते है। एवं 12वीं तक की पढ़ाई भी यहीं से की है। इसके पिता हवा सिंह एक छोटे से किसान है। रितू का लक्ष्य 2018 में होने वाले वल्र्ड चैंपियनशिप में भाग लेकर देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल करना है।
ऐशियन चैंपियनशिप में भी जीत चुकी है पदक
रितू ने इससे पहले भी कई पदक जीत चुकी है। उसने 2017 में एशियन चैंपियनशिप में सब जूनियर वर्ग में रजत पदक जीता था। इसके अलावा व उदयपुर में आयोजित जुनियर स्टेट पॉवर लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल, महाराष्ट्र में सिल्वर मेडल, 2016 में जालौर में वेट लिफ्टिंग व पॉवर लिफ्टिंग दोनों में गोल्ड मेडल हासिल किए। इसके बाद दिल्ली में शानदार प्रदर्शन के बल पर भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई थी।
जिले के इन खिलाडिय़ों ने भी दिखाया दम
प्रतियोगिता में सब जुनियर वर्ग मे नीमकाथाना तहसील के जरिंड़ा गांव निवासी दीपेंद्र गुर्जर ने 59 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया है। दीपेंद्र का यह पहला स्वर्ण पदक है। गजेंद्र कुमार स्वामी ने 83 किलोग्राम भार वर्ग में रजत , जुनियर वर्ग में अर्चना ने 63 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक हासिल किया है। गजेंद्र की भी यह पहली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता थी। रानोली निवासी अर्चना ने 63 किलोभार वर्ग में रजत पदक हासिल किया। अर्चना एसके की छात्रा है।