मामला सामने आने पर एसपी राममूर्ति जोशी ने गुरुवार को आदेश जारी कर पुलिस टीम के छह पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। मामला रिश्वत के रूप में शराब की बोतल लेने का बताया जा रहा है। मामले की जांच एएसपी सतनामसिंह कर रहे हैं। वीडियो बनाए जाने की तारीख अब तक सामने नहीं आई है। मगर वीडियो के मुताबिक रणधीसर पुलिस चौकी के सामने खड़ी मोबाइल पुलिस टीम ने एक जीप को रुकवाया।
जीप में से उतरे काली टी-शर्ट व जींस पहने खलासी ने शराब पर ढंके तिरपाल को हटाकर एक बोतल शराब निकाली। खलासी ने मोबाइल टीम की गाड़ी पर पैर रखकर चश्मा लगाए वर्दी पहने एक सिपाही को बोतल थमा दी। सिपाही ने बोतल पुलिस की गाड़ी में रख दी। सिपाही की ओर से बोतल लेते समय दूसरा वर्दीधारी सिपाही सामने खड़ा नजर आ रहा है। जबकि अन्य पुलिसकर्मी गाड़ी में है।
अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि बोतल देने वाला व्यक्ति किस शराब की दुकान या गांव का है। दूसरी ओर यह आम चर्चा है कि मोबाइल पुलिस टीम पिछले छह माह से मेगा हाइवे पर वाहनों की जांच के नाम पर अपना स्वार्थ साधने में लगी थी। यह भी ज्ञात नहीं हो पाया कि जीप में भरी शराब अवैध थी या अवैध।
छापर पुलिस पहले भी रही चर्चा में
छापर पुलिस करीब एक पखवाड़े पहले छापर में आबकारी विभाग की लाईसेंसशुदा दुकान को नियम विरुद्ध सीज करने के मामले में चर्चा में रह चुकी है। आबकारी विभाग के निरीक्षक ने अगले दिन सील खुलवाकर दुकान शुरू करवाई थी। इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी मधुसूदन सैनी ने छापर पुलिस थानाधिकारी के खिलाफ जिला पुलिस अधीक्षक व आबकारी विभाग के अतिरिक्त आयुक्त बीकानेर को भी पत्र लिखा था। इस कारण छापर पुलिस भी शराब को लेकर चर्चा में रही।
इन्हें किया लाइन हाजिर
पुलिस कंट्रोल रूम के मुताबिक मोबाइल पुलिस टीम में शामिल हैड कांस्टेबल महावीरसिंह व सुनीलकुमार, चालक पन्नालाल, सिपाही विजयपाल, सिपाही मनोजकुमार व प्रहलादराय को लाइन हाजिर किया गया है।
&मैंने जीप के चालक से कागजात मांगे थे। मगर चालक व खलासी ने षडय़ंत्रपूर्वक तरीके से कागजों की जगह शराब की बोतल बोनट पर रख दी। मैं हक्का-बक्का रह गया।
महावीरसिंह, हैड कांस्टेबल, मोबाइल पुलिस टीम, सुजानगढ़