नीमकाथाना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल ने बताया कि मामले को शुरू से ही गंभीरता से लिया जा रहा था। इधर ग्रामीणों का लगातार विरोध जारी होने के कारण एसपी प्रदीप मोहन शर्मा के आदेश पर मामले की जांच सदर थाना को सुपुर्द की। इसके बाद सदर थानाधिकारी उदय सिंह व उपनिरीक्षक बृजेश कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई थी।
टीम लगातार मामले की जांच में जुटी हुई थी। अंत में पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेलों का विश्लेषण कर अपहृत को मुंबई, जयपुर, गोवा, पूणे आदि शहरों में तलाश करते हुए हरियाण में दबिश देकर दस्तयाब कर लिया। आरोपित हरिसिंह के बारे में पुलिस ने गहनता जांच कर रही है।
घटनाक्रम
-27 जुलाई को युवती मिंटू गुर्जर गायब हुई थी।
-28 जुलाई को परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज
करवाई थी।
-20 अगस्त को परिजनों ने युवती के अपहरण का नामजद मामला
दर्ज करवाया।
-3 अगस्त को सैकड़ों लोगों ने पुलिस थाने का घेराव कर युवती को अतिशीघ्र बरामद करने की मांग रखी।
-13 अगस्त को वापस पुलिस थाने का घेराव किया गया।
-21 सितंबर को गुर्जर समाज ने महापंचायत कर कोटपूतली कुचामन स्टेट हाईवे को जाम किया।
ऐसे फंसा पुलिस के जाल में
पुलिस ने मामले में शुरू से ही जाल बिछा रखा था। मगर लडक़े ने अपना मोबाइल 4 माह में एक बार ऑन नहीं किया। इस कारण पुलिस नेटवर्क तक पहुंच नहीं पा रही थी। आरोपित ने अपना मोबाइल डेयरी में साथी कर्मचारी को बेच दिया। मोबाइल ऑन होते ही पाटन पुलिस ने कॉल ट्रेस कर लडक़े तक पहुंच गई।
गौरतलाब है कि हाइवे जाम के दौरान कई दौर की वार्ता होने के बाद विधायक के आश्वासन के बाद उस दौरान ग्रामीणों ने रास्ता खोला था। मंगलवार को अपहृत दस्तयाब होने पर क्षेत्र के दौरे पर चल रहे प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी व विधायक का गुर्जर व सैनी समाज के लोगों ने स्वागत कर आभार जताया। शाम को कोर्ट में लडक़ी के पेश करने के बाद ग्रामीणों ने जांच अधिकारी उदय सिंह व उप निरीक्षक बृजेश कुमार का भी स्वागत किया।