अमेरिका सेे हर साल खाटूधाम आने की ठानी
श्याम बाबा की मूरत के दर्शन करने के बाद एनआरआई अल्का इतनी प्रफुल्लित हुई कि उन्होंने हर साल परिवार के साथ खाटूधाम (Khatu Dham) आने की ठानी। अमेरिका में होटल मैनेजमेंट का काम देख रही अनेरी ने कहा कि जब वह अपने शहर पालनपुर आती तो वहा के लोगों के मुख से बाबा श्याम का नाम सुनती। आज दर्शन करके बाबा श्याम के प्रति जो आस्था जगी है उसे शब्दों में बया कर पाना मुश्किल है।
बाबा श्याम मेहरबान
अमेरिका निवासी ब्रेंडन ने बताया कि अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ मानखेना में कुछ हिन्दी सीखने के बाद तकरीबन पांच महीने पहले जयपुर के अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन संस्थान में हिन्दी भाषा बोलना सीख रहा हूं। उन्होंने बताया कि जब मैं बीस साल का हुआ तो अमेरिका में एक पंडितजी के पास गया और मेरा नामंाकरण करवाया। पंडितजी ने मेरी कुंडली बनाकर केशव नाम रखा। केशव ने बताया कि सनातन धर्म में मेरा विश्वास है। मेरी मित्र अनेरी ने अमेरिका में कई बार खाटू श्याम बाबा के यहां चलने की बात कहती पर मौका नहीं मिला। जब वह अपने परिवार के साथ भारत आई तो उनके साथ आज श्याम के दरबार में आया हूं। श्याम दर्शन करके बहुत अच्छा लगा।