इनकी संख्या बढ़ी
वर्ष में नीमकाथाना व पाटन वन क्षेत्र में 2017 में कुल तीन बघेरे थे। वर्ष 2018 में बढकऱ 4 हो गए। इनके वन्य जीवों के अलावा लोमड़ी, सियार/गीदड़, मरू लोमड़ी, बिज्जू, सेही, मोर, बंदर लाल व काले मुंह की संख्या में इजाफा हुआ हैं।
वन्य जीवों के आंकड़े
नीमकाथाना वन क्षेत्र में वर्ष 2017 में जहां पर कुल 5828 वन्य जीव थे। वर्ष 2018 में 993 वन्य जीव बढकऱ इनकी संख्या 6821 हो गई जो एक सुखद संकेत हैं। ये आंकड़े नीमकाथाना व पाटन वन रेंज दोनों की कुल संख्या को मिलाकर उनका योग हैं।
गणना में ये प्रजाति हुई लुप्त
वन्य जीव गणना 2017 में जहां पर मरू बिल्ली की संख्या 4 तथा भेडिय़ों की संख्या 2 थी। वर्ष 2018 की वन्य जीव गणना में इस प्रजाति की संख्या नगण्य हो गई। इसके अलावा वर्ष 2017 की वन्य जीव गणना के दौरान जहां जंगली बिल्ली 31 थी जो 2018 में इनकी संख्या घटकर 29 हो गई। वहीं पर नीलगायों की 2017 में 606 थी। जो वर्ष 2018 में 106 घटकर 500 हो गई।
जरख की नहीं बढ़ी संख्या
वर्ष 2017 की वन्य जीव गणना में पाटन रेंज में 4 जरख दिखाई दिए थे। वहीं 2018 की गणना के दौरान इनकी संख्या 4 ही रही। इसा बार की वन्य जीव गणना में जरख की संख्या में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई।
वन्य जीव ~2017 2018
वन्य जीव ~2017 2018
बघेरा ~03 04
सियार/गीदड़ ~200 202
जंगली बिल्ली ~31 29
मरू बिल्ली ~04 00
लोमड़ी ~05 14
मरू लोमड़ी ~02 03
जरख ~04 04
भेडिय़ा ~02 00
बिज्जू ~06 07
नील गाय ~606 500
सेही ~16 18
बंदर काला मुंह ~2754 3449
बंदर लाल मुंह ~177 690
मोर ~2018 1897
नेवला ~00 02
बाज~ 00 02