झुंझुनूं पुिलस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल के निर्देशन में बुहाना डीएसपी रामप्रकाश मीणा के नेतृत्व में टीमों का गठन कर घटना को संदिग्ध मानते हुए मामले की गहनता से जांच-पड़ताल की। इसके बाद सामने आया कि मृतक राकेश कुमार के दोस्त खेतड़ी नगर निवासी चयन भट्टाचार्य उर्फ चिकू व गोठड़ा निवासी पंकज मेघवाल उसके घटना से एक दिन पहले लाल कलर की कार में बैठा कर ले गए थे। इसके लिए चयन भट्टाचार्य व पंकज को पूछताछ के लिए पुलिस थाना लाया गया। पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
मृतक की बहन को लेकर हुई कहासुनी
थानाधिकारी सत्यपाल यादव ने बताया कि मृतक राकेश कुमार की बहन व चयन भट्टाचार्य की आपस में जान-पहचान थी। जिसको लेकर राकेश चयन भट्टाचार्य पर निगरानी रखता था। वारदात के दौरान शराब पार्टी करते समय मृतक की बहन को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा की चयन भटटाचार्य ने योजना बनाकर राकेश की हत्या करने की तैयारी कर ली तथा अधिक शराब पीलाकर राकेश कुमार को मौत के घाट उतार दिया।
ऐसे आए पकड़ में
सिंघाना थानाधिकारी सत्यपाल यादव ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 29 अगस्त 2018 को मृतक राकेश को उनके घर से कार में बैठाकर लाए थे। इसके बाद आजाद मार्केट के पास स्थित शराब ठेके पर शराब ली तथा धर्मा पहलवान के क्वार्टर पर गए। वहां पर शराब पी। शराब खत्म होने पर फिर दो बार शराब और लाई गई। इसके बाद राकेश के अधिक नशा होने पर वहीं पर खड़ी गाड़ी में राकेश को बैठा लिया। पंकज ड्राईवर सीट व राकेश को कंडक्टर सीट पर बैठ गया तथा चयन भट्टाचार्य कंडक्टर सीट के पिछे वाली सीट पर बैठ गया।
इसके बाद चयन भट्टाचार्य ने गाड़ी में से एक कपड़ा लेकर राकेश का मुंह दबा दिया। पंकज मेघवाल ने राकेश के हाथ पकड़ लिए। इसके बाद राकेश की हत्या कर वापस कार में पिछे डालकर ले गए तथा शव को राजीव कॉलोनी स्थित रेलवे लाइनों के पास सुनसान झाडिय़ों के पास पटक कर चले गए थे। गौरतलब है कि इस संबंध में मृतक के पिता गोठड़ा निवासी अमरसिंह मेघवाल ने आरोपी चयन भट्टाचार्य व पंकज मेघवाल के खिलाफ हत्या की आशंका का मामला दर्ज करवाया था।
ये थे टीम में शामिल
मृतक राकेश के आरोपियों को पकडऩे वाली टीम में बुहाना डीएसपी रामप्रकाश मीणा, थानाधिकारी सत्यपाल यादव, कॉस्टेबल धर्मेन्द्रसिंह, कॉस्टेबल अजय भालोठिया शामिल थे।