सूदखोरी में बिक गया लाखों का आशियाना
सीकरPublished: May 26, 2019 06:20:19 pm
सूदखोरी के मक्कड़ जाल में शहर का मंगल नाम का युवक अर्श से फर्श पर आ गिरा है। लेकिन अभी तक उसका ब्याज नहीं चुका है। स्थिति यह है कि मूल का सूद चुकाते-चुकाते उसका अपना 41 लाख का मकान तक बिक चुका है।
सूदखोरी में बिक गया लाखों का आशियाना
सीकर. सूदखोरी के मक्कड़ जाल में शहर का मंगल नाम का युवक अर्श से फर्श पर आ गिरा है। लेकिन अभी तक उसका ब्याज नहीं चुका है। स्थिति यह है कि मूल का सूद चुकाते-चुकाते उसका अपना 41 लाख का मकान तक बिक चुका है। लेकिन, अभी तक वह उधारी का ब्याज नहीं चुका पाया है। ऐसे में मजबूरी में उसको खुद को किराए के मकान में बसर करनी पड़ रही है और चारों सूदखोरों ने 35 लाख रुपए अभी भी बकाया निकाल रखे हैं।
ऐसे फंसा जाल में
पीडि़त के भाई ने बताया कि मंगल ने शुरूआत में एक सूदखोर से केवल दो लाख रुपए उधार लिए थे। उसका ब्याज इतना महंगा पड़ा कि उसको दूसरे सूदखोर से छह लाख रुपए लेने पड़े हैं। इसके बाद कुछ समय निकला तो दूसरे सूदखोर ने चक्रवती ब्याज लगाकर उससे लाखों रुपए ऐंठ लिए। 20 लाख रुपए कर्जा हो गया तो तीसरे सूदखोर ने भी जल्द रुपए चुकता करने का दबाव बनाया और मंगल को अपने लाखों रुपए का मकान सस्ते में निपटाना पड़ गया।
पुलिस से दूरी
ब्याज के और रुपए चुकाने के लिए अब चारों सूदखोरों ने मिलकर मंगल पर हर महीने किश्त भरने का दबाव बना रखा है। सूदखोरों के प्रति पीडि़त में इतना डर बैठा हुआ है कि वह पुलिस की मदद लेने से भी कतरा रहा है। सूदखोर उसको वहां भी उसकी नहीं चलने की धमकी दे रखी है।
गहने रखे गिरवी
मंगल के भाई का कहना है कि उसका ब्याज चुकाने के लिए उसने अपनी पत्नी तक के गहने बैंक में गिरवी रख दिए हैं। जिसकी उसे हर महीने में बैंक में किश्त चुकानी पड़ती है। पिछले कुछ दिनों से उसका भाई अवसाद में है और गुमसुम रहने लगा है। ऐसे में उसको शंका है कि किसी को बताने पर सूदखोरों ने उसको जान से मारने की धमकी दे रखी होगी।
समझौते का दबाव
गत दिनों पहले सूदखोरों से परेशान होकर फिनायल पीने वाले मुकेश भार्गव ने बताया कि उसने पुलिस अधीक्षक को परिवाद सौंपा है कि उस पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। क्योंकि मामले में पुलिस ने अभी दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। वे किसी और के जरिए उसको धमका रहे हैं।