इसके बाद सभी छहों महिलाओं को एक साथ अंतिम संस्कार किया गया. इनमें से पांच महिलाओं का एक साथ और एक अन्य महिला का दूसरे श्मशान घाट में दाह संस्कार किया। मोहल्ले से एक साथ छह महिलाओं की अर्थी उठी तो कोई आंसू नहीं रोक पाया।
sikar accident : भादवाड़ी के पास हुआ था हादसा
शुक्रवार सुबह नौ बजे गांव भादवाड़ी के पास जीप व ट्रक हादसे में मरने वाली महिलाओं के परिजनों को 10 लाख व घायलों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग को लेकर ग्रामीण 24 घण्टे से धरने पर बैठे थे। शनिवार दोपहर करीब 12 बजे धरने पर बैठे ग्रामीणों से समझाइस के लिए सीकर जिला कलक्टर नरेश ठकराल व सीकर एसपी प्रदीप मोहन शर्मा थोई थाने पहुंचे।
थाने में ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल जिला कलक्टर व एसपी से मिला और मुआवजा दिलवाने की मांग की। वार्ता के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर से नीमकाथाना में शनिवार अपराह्न को प्रस्तावित गौरव यात्रा में आ रही मुख्यमंत्री से मिलाने की बात रखी।
इसके बाद जिला कलक्टर नरेश ठकराल ने मुआवजे की मांग को लेकर 3 बजे प्रतिनिधि मंडल की मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने का आश्वासन दिया। कलक्टर के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने धरना हटा लिया। बाद में पुलिस ने सभी शवों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया।
इधर कांवट के सैनी मोहल्ले में एक साथ छह महिलाओं के शव देखकर चारों ओर चीख पुकार मच गई। हालात ये हुए कि सांत्वना देने वाले लोग भी बेसुध हो गए। एक हादसे से हंसते खेलते छह परिवारों को तबाह कर दिया।
कांवट की जिन छह महिलाओं की मौत हुई उनके घर महज दो सौ मीटर के दायरे में ही हैं। मोहल्ले के लोगों के कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर किस-किस के घर सांत्वना देने जाएं।
उल्लेखनीय है कि हादसे में कांवट के सैनी मोहल्ला की छह महिलाओं व जीप चालक की मौत हुई थी। जीप चालक का दाह संस्कार शुक्रवार शाम को कर दिया गया था।