लाडनूं थानाधिकारी सतेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि लाडनूं के बड़ाबास निवासी नियामत उर्फ सिराज वर्ष 2016 में कबूतरबाजी के नाम पर लोगों से लाखों रुपए एंठकर दुबई चला गया था। इसका मामला वर्ष 2016 में दर्ज करवाया गया। इस पर उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था।
आरोपी के भारत आने की सूचना मिल रही थी। आरोपी नियामत उर्फ सिराज गुरुवार रात दुबई जाने की फिराक में मुम्बई एयरपोर्ट पहुंचा। लुकआउट सर्कुलर जारी होने के कारण एयरपोर्ट एथोरिटी ने उसे पकड़ लिया। इसकी सूचना मिलने पर एक पुलिट टीम को मुम्बई भेजा गया। वहां से आरोपित को गिरफ्तार कर लाडनूं लाया गया है।
दो महीने में बदली कई जगह
जानकारी के अनुसार आरोपित जून माह में दुबई से भारत आया था। पुलिस से बचने के लिए वह मुम्बई सहित अन्य जगहों पर अपने जानकारों के पास रहा रहा था। पुलिस ने आरोपी के घर पर उसकी तलाश की थी। लेकिन वह नहीं मिला।
हैदराबाद में बनवाया फर्जी पासपोर्ट
आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि उसने पुलिस से बचने के लिए सिराज के नाम से फर्जी वोटर आईडी, आधार कार्ड बनवा लिया। इसके बाद उसने हैदराबाद से सिराज के नाम से पासपोर्ट बनवा लिया। लेकिन लुक आउट सर्कुलर जारी होने के कारण मुम्बई एयरपोर्ट पर वह पकड़ा गया। पूछताछ में कई राज सामने आ सकते हैं।
आनंदपाल की बेटी चिन्नू से था संपर्क में
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी नियामत उर्फ सिराज दुबई में गेंगस्टर आनन्दपाल की पुत्री चिन्नू के सम्पर्क में था। वह अधिकतर समय दुबई में ही रहता है। वह आनन्दपाल की फरारी के बाद से जांच के दायरे में चल रहा था। पुलिस का कहना है कि इन सब बातों का खुलासा पूछताछ के बाद ही हो पाएगा।