script

खुद के नाम की लड़ाई में उलझे प्रदेश के किसान

locationसीकरPublished: Oct 10, 2019 07:02:17 pm

आधार कार्ड में अलग नाम और किसान पोर्टल पर दूसरे नाम से कर लिया पंजीयनअब अटकी राशि तो सामने आया नाम का खेल, प्रदेश के सैकड़ों किसानों की अटकी आसप्रदेश के लगभग 40 लाख किसान है इस योजना के दायरे मेंकिसान सम्मान योजना का मामला34 हजार किसान तीसरी किस्त से वंचित

खुद के नाम की लड़ाई में उलझे प्रदेश के किसान

खुद के नाम की लड़ाई में उलझे प्रदेश के किसान

पूरण सिंह शेखावत

केस एक: लोसल के पास जाना गांव के किसान जीवण सिंह ने किसान सम्मान निधि योजना के तहत पंजीयन के आवेदन किए था। आधार कार्ड में नाम जीवन सिंह शेखावत होने के कारण वेबसाइट पर पंजीयन नहीं हो रहा है। इस संबंध में कृषि पर्यवेक्षक सहित पंचायत समिति में जमीन के दस्तावेज तक दिखा दिए हैं लेकिन संतोष प्रद जवाब नही मिल रहा है।
केस दो: सिंगरावट के श्रवणलाल को किसान सम्मान निधि में दो किस्त का भुगतान हो गया लेकिन अब तीसरी किस्त नहीं मिली है।
सीकर. यह केवल एक उदाहरण नही हैं। प्रदेश में लाखों किसान अपने सम्मान के लिए परेशान हो रहे हैं। केन्द्र सरकार ने देश के सभी किसानों के लिए पीएम-किसान स्कीम लागू कर भले ही कर दी है लेकिन हकीकत यह है कि आधार कार्ड और किसान पोर्टल पर दर्ज नाम के अलग-अलग होने से प्रदेश के किसानों की मुसीबत बढ़ गई है। केन्द्र सरकार आधार कार्ड और पोर्टल पर दर्ज के नाम के मिलान के बाद ही राशि जारी कर रही है। पोर्टल के अनुसार प्रदेश के आठ लाख किसान को मिलने वाली प्रथम, द्वितीय और तृतीय किस्त के रूप में मिलने वाली सम्मान राशि अटक गई है। हालांकि विभाग की ओर से इसमें संशोधन किया जा रहा है। गौरतलब है कि 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का शुभारंभ किया गया था इस योजना के तहत किसानों को एक साल में छह हजार रुपए दिए जा रहे हैं।
60 लाख से ज्यादा पंजीयन
प्रदेश में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसान सेवा पोर्टल पर 60 लाख 78 हजार 998 से ज्यादा किसान आवेदन कर चुके हैं। इनमें से 52 लाख 18 हजार 260 आवेदनों को पीएम किसान पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके हैं। इन आवेदनों में पहली और दूसरी किश्त के रूप में 1175 करोड़ रुपए किसानों के खातों में जमा हो चुके हैं। प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुसार दो हेक्टेयर भूमि तक के किसान को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने पर दो-दो हजार रुपए की तीन किश्त देने का प्रावधान किया गया है।
राशि मिली न पंजीयन हुआ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का किसानों को पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। हुड़ील, पलासरा, घाटवा क्षेत्र में सैकड़ों किसान योजना से वंचित हैं। वहीं कुछ किसानों के खातों में दो से तीन किस्त तक आ चुकी हैं। किसान कृषि विभाग और प्रशासन के यहां चक्कर काट रहे हैं। किसान जमीनों के कागजात संबंधित तक दिखा चुके हैं। उसके बाद भी उनके नाम वेबसाइट पर रजिस्टर्ड नहीं हो सके हैं। जल्दबाजी के चक्कर में प्रशासन द्वारा किसानों के आवेदनों में भारी भरकम गलतियां की गई हैं जिसके कारण किसानों के खाते में सम्मान निधि की किस्त नहीं पहुंची।
प्रदेश के 34 हजार किसान तीसरी किस्त से वंचित
रजिस्ट्रार सहकारिता डॉ. नीरज के पवन ने बताया कि 7 अक्टूबर 2019 तक 12 लाख 10 हजार किसानों के पक्ष में तीसरी किश्त जारी करने हेतु के लिए केन्द्र सरकार को सूची भेजी गई। जिसमें से 11 लाख 75 हजार 250 किसानों के पक्ष में तीसरी किश्त की राशि लगभग 235.05 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। ऐसे में 34750 किसान तीसरी किस्त से वंचित हो गए हैं। जिसका मुख्य कारण किसान पोर्टल और आधार कार्ड में नाम त्रुटि होना है। प्रदेश के किसानों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय किस्त के रूप में 1562.38 करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है। वंचित किसानों को मैसेज किए जा रहे हैं। प्रथम किश्त के 39.70 लाख किसानों को 794.04 करोड़ रुपए, द्वितीय किश्त 32.07 लाख किसानों को 641.55 करोड़ रुपए तथा तृतीय किश्त 6.33 लाख किसानों को 126.79 करोड़ की राशि ट्रांसफर की गई है।
इनका कहना है
आधार कार्ड और पंजीयन में नाम में अंतर के कारण कई किसानों की सम्मान राशि रूक जाती है। जिन्हें योजना के नोडल अधिकारी के पास भेज दिया जाता है। किसान खुद पोर्टल पर अपने रेकार्ड अपडेट कर सकता है।
बीएल मीना, महाप्रबंधक, सीकर केन्द्रीय सहकारी बैंक

ट्रेंडिंग वीडियो