रजिस्ट्रार सहकारिता डॉ. नीरज के पवन ने बताया कि 7 अक्टूबर 2019 तक 12 लाख 10 हजार किसानों के पक्ष में तीसरी किश्त जारी करने हेतु के लिए केन्द्र सरकार को सूची भेजी गई। जिसमें से 11 लाख 75 हजार 250 किसानों के पक्ष में तीसरी किश्त की राशि लगभग 235.05 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। ऐसे में 34750 किसान तीसरी किस्त से वंचित हो गए हैं। जिसका मुख्य कारण किसान पोर्टल और आधार कार्ड में नाम त्रुटि होना है। प्रदेश के किसानों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय किस्त के रूप में 1562.38 करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है। वंचित किसानों को मैसेज किए जा रहे हैं। प्रथम किश्त के 39.70 लाख किसानों को 794.04 करोड़ रुपए, द्वितीय किश्त 32.07 लाख किसानों को 641.55 करोड़ रुपए तथा तृतीय किश्त 6.33 लाख किसानों को 126.79 करोड़ की राशि ट्रांसफर की गई है।
इनका कहना है
आधार कार्ड और पंजीयन में नाम में अंतर के कारण कई किसानों की सम्मान राशि रूक जाती है। जिन्हें योजना के नोडल अधिकारी के पास भेज दिया जाता है। किसान खुद पोर्टल पर अपने रेकार्ड अपडेट कर सकता है।
बीएल मीना, महाप्रबंधक, सीकर केन्द्रीय सहकारी बैंक