scriptसीकर के दम पर मजबूत हो रही इंजीनियरिंग की डोर | Engineering strings are strengthening on the strength of Sikar | Patrika News

सीकर के दम पर मजबूत हो रही इंजीनियरिंग की डोर

locationसीकरPublished: Sep 15, 2019 06:07:08 pm

Submitted by:

Gaurav

इंजीनियर्स-डे-विशेष: सीकर से इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों से लेकर कोचिंग तक हर साल 40 हजार से अधिक युवा इंजीनियरिंग के सपने को पूरा कर रहे हैं।

सीकर के दम पर मजबूत हो रही इंजीनियरिंग की डोर

सीकर के दम पर मजबूत हो रही इंजीनियरिंग की डोर

सीकर. शिक्षानगरी सीकर के दम पर देशभर में इंजीनियरिंग की डोर मजबूत हो रही है। इंजीनियरिंग व पॉलिटेक्निक कॉलेजों से लेकर कोचिंग तक हर साल 40 हजार से अधिक युवा इंजीनियरिंग के सपने को पूरा कर रहे हैं। आईआईटी से निकलने वाले शेखावाटी कई युवाओं ने अच्छे पैकेज भी हासिल किए है।
वहीं सरकारी विभागों के इंजीनियरिंग टीम की बात करें तो यहां भी आंकड़ा बढकऱ अब 350 को पार कर गया है। इंजीनियर्स का कहना है कि सीकर के लिए अभी काफी सपने है। आवश्यकता बस सरकार के स्तर से प्रोजेक्टों को हरी झंडी मिलने की है।
सबसे पहले विद्युतीकृत हुआ था सीकर जिला
प्रदेश में सबसे पहले विद्युतीकृत होने का रेकार्ड भी सीकर जिले के नाम है। निगम के अधीक्षण अभियंता नरेन्द्र गढ़वाल ने बताया कि वर्ष 1982-83 में सीकर के सभी गांवों में बिजली पहुंच गई थी। अभियंताओं की मेहनत के दम पर जिले में 17 से बढकऱ सभी श्रेणी के जीएसएस की संख्या बढकऱ अब 298 तक पहुंच गई है। इस साल के आखिर तक तीन और जीएसएस बनने की संभावना है। जिले में 33 केवी लाइनों की लंबाई 1859 किलोमीटर, 11 केवी लाइन की लंबाई 13716 किलोमीटर व एलटी लाइन की लंबाई 12922 किलोमीटर है। लगाातर विद्युत तंत्र के बढऩे की वजह से उपभोक्ताओं की संख्या भी 604061 तक पहुंच गई है।
कई गुना हुआ सडक़ नेटवर्क
महज एक हाइवे और तीन स्टेट हाइवे के साथ सीकर में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने कमान संभाली। अब अभियंताओं की मेहनत के दम पर कई गुना सडक़ नेटवर्क बढ़ गया है। अभियंताओं की इंजीनियरिंग के सहारे जिले में पानी निकासी सहित अन्य समस्याओं का समाधान भी हुआ है।

इंजीनियरिंग केवल डिग्री नहीं वरन जीवन को सरल बनाने की विधा
लक्ष्मणगढ़. इंजीनियर्स डे की पूर्व संध्या पर नेशनल हाइवे स्थित मोदी विश्वविद्यालय में शनिवार को इंजीनियरिंग विषय पर एक दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति अरूण पुजारी ने कहा कि इंजीनियरिंग केवल डिग्री नहीं वरन जीवन को सरल बनाने की विधा है। उन्होने कहा कि जितनी ज्यादा इंजीनियर्स उन्नति करेंगे उतना ही ज्यादा मानव का भविष्य व जीवन दोनो सुगम होंगे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर ए के गर्ग ने विद्यार्थियों को मेट्रो प्रोजेक्ट्स की वृहद जानकारी उपलब्ध करवाई। संस्थान के निदेशक डॉ वेणूगोपाल राव, डॉ दिनेश यादव तथा मनीष तिवारी ने भी छात्राओं को संबोधित किया। सभी अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जबकि इंजीनियरिंग विभाग के डीन वी के जैन ने अतिथितियों का स्वागत किया। इस मौके पर बड़ी तादाद में इंजीनियरिंग की छात्राएं व गेस्ट मौजूद थे।
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