पुलिस की टीमें चोरी की वारदातों के बारे में पूछताछ कर रही है। एडीजी क्राइम की ओर से मनीष को पकडऩे के लिए 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। वह गाडी चलाने में माहिर था। पुलिस की नाकाबंदी में टायर पंचर होने पर भी गाड़ी को निकाल कर ले जाता था। इसी कारण से आनंदपाल ने उसे अपने गिरोह में शामिल किया था। पुलिस ने एक दिन पहले ही सीकर में रामूका बास से मनीष जाट उर्फ मनीष बच्चियां को गिरफ्तार किया था। पुलिस उससे चोरी के वाहनों व भैंस चोरी की वारदातों के बारे में पूछताछ कर रही है।
पुलिस पर हमला करने वाला आनंदपाल गैंग का इनामी बदमाश गिरफ्तार, ट्रकों में काटता था फरारी
एक महीने बाद बहन की शादी
मनीष से पूछताछ में पता लगा कि एक महीने के बाद उसकी बहन की शादी है। इसीलिए वह तैयारियों को लेकर सीकर आया था। पुलिस टीम ने सूचना मिलने पर चारों ओर से घेराव कर उसे दबोच लिया। वह बस में बैठकर भागने की फिराक में था। मोबाइल नहीं रखने के कारण पुलिस को उसे पकडऩे में काफी परेशानी हो रही थी। पुलिस उसके फरार साथियों सीताराम व शक्ति सिंह रानोली के बारे में पूछताछ कर रही है।