दांतारामगढ़ थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि मूंड-गसोई गांव मारोठ के पास डीडवाना-कुचामन जिले के रहने वाले पति-पत्नी सोनू देवी मीणा (21) व मनीष कुमार मीणा (24) मूंड गसोई से खाचरियावास के चक गांव में शादी में शरीक होने आए थे। नवविवाहित जोड़ा दुल्हन सोनू देवी की बहन की लड़की की शादी में शामिल होकर रात्रि में वापस घर लौट रहे थे। करड़ गांव के पास रात में अचानक सड़क पर नीलगाय आने से गाड़ी पेड़ से टकरा गई, जहां पर नवविवाहिता सोनू देवी मीणा की मौके पर ही मौत हो गई। मनीष कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे खाचरियावास सीएचसी लेकर पहुंचे। यहां से मनीष को जयपुर रैफर कर दिया।
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नवविवाहिता जोड़ा मंगलवार देर रात्रि दो बजे अपने गांव के लिए रवाना हुए थे। गांव से तीन किलोमीटर दूर चक से करड वाली रोड पर गाड़ी के आगे एक नीलगाय आ गई, जिसे बचाने के चक्कर में कार का संतुलन बिगड़ गया और पेड़ से टकरा गई। इस क्षेत्र में सूखा क्षेत्र होने के कारण नीलगाय अधिक है। मनीष बीकानेर में एक कॉलेज से बीएड कर रहा था। वहीं सोनू देवी बीए तक पढ़ी थीं।
16 अप्रेल को हुई थी दोनों की शादी
हादसे में मृतका सोनू देवी मीणा निवासी सांवलपुरा, अलोदा के पास व मनीष कुमार की शादी 16 अप्रैल को हुई थी। शादी के आठ दिन बाद ही सड़क हादसे में पत्नी सोनू देवी की मौत हो गई। बुधवार सुबह मृतक सोनू देवी का पंचनामा करवा शव परिजनों को सौंप दिया। ससुराल मूंड-गसोई में व पीहर में गमगीन माहौल था। परिवार व रिश्तेदारों के साथ ही ग्रामीणों में मायूसी छाई हुई थी।
पलभर में खुशियां गम में बदली
सोनू देवी मीणा व उसकी दो बहनों की एक साथ 16 अप्रैल को गांव शादी हुई थी। सोनू की दो बहनों की शादी चक गांव में हुई थी। सोनू व उसका पति मनीष कुमार चक गांव में बहनों की ननद की शादी में शरीक होने गए थे। लेकिन हादसे ने खुशियों को पलभर में गम में बदल दिया। हादसे के बाद परिवार के लोगों का रो- रोकर बुरा हाल हो गया।