रामपुर नैकिन ब्लॉक की झगरी पंचायत के कनकटी गांव में एक रसूखदार द्वारा समूह का संचालन किया जा रहा है। सैकड़ों एकड़ भूमि व टै्रक्रर होने के बाद भी दोनों बेटों का नाम बीपीएल सूची में है। पत्नी व बहू आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है, दूसरी बहू महिला स्व-समूह की अध्यक्ष है। पांच वर्ष से मध्याह्न भोजन वितरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन मेन्यू का पालन नहीं किया जा रहा। शिकायत पर कार्रवाई नहीं होती। यही हाल जिले में अन्य स्कूलों में है। ज्यादातर स्व-सहायता समूहों के संचालक इसी प्रकार मनमानी करते हैं। मामले की गंभीरता से जांच कराई जाए तो बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है।
रामपुर नैकिन जनपद के 80 फीसदी समूहों का संचालन प्रभावशील व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा है। समूह के सदस्यों आय-व्यय की जानकारी तक नहीं दी जाती है। अंचल के रसूखदार लोगों फर्जी तरीके से समूह गठित कर परिवार के सदस्यों को अध्यक्ष-सचिव बना लिया और गरीबों को बतौर सदस्य शामिल कर लिया। जबकि, निर्धन गरीब परिवारों को रोजगार से जोडऩे के उद्देश्य से समूह का गठन किया जाता है। इसमें कम से कम 10 सदस्य होने चाहिए। 80 प्रतिशत सदस्य बीपीएल परिवार के हो। इनकी मासिक बैठक भी जरूरी है। गरीबों को बैंक लोन देकर व्यसाय से जोडऩे का प्रावधान है। ताकि, उनकी गरीबी दूर हो सके।
जनपद पंचायत रामपुर नैकिन के सीइओ प्रभात मिश्रा ने कहा कि महिला स्व-सहायता समूहों के संचालन में अनियमितता संबंधी जो शिकायतें मिलती हैं, उनकी जांच कराई जाती है। प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई भी करते हैं। कनकटी की शिकायत मिली है, मैंने विंदुवार जांच के लिए टीम गठित की है। अभी जांच प्रतिवेदन नहीं आया है, जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।