script

दस्ताने मिले न जूते, बारिश में खतरों से खेल रहे विद्युतकर्मी

locationसीधीPublished: Jul 15, 2019 07:03:20 pm

Submitted by:

Sonelal kushwaha

जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान, अप्रशिक्षित कर्मचारियों को चढ़ा दिया जाता है खंभों पर

Ajmer Discom'

अजमेर डिस्कॉम

सीधी. बारिश सीजन में भी विद्युत कर्मचारी बिना दस्ताने व जूतों के मेंटीनेंस का कार्य करते हैं। इससे हादसे का खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं ठेके में चल रही व्यवस्था के तहत अप्रशिक्षित कर्मचारियों को भी बिना सुरक्षा उपकरण के खंभों पर चढ़ा दिया जाता है। कर्मचारियों के प्रति की जा रही इस लापरवाही पर न तो आला अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और न ही जिला प्रशासन। सूत्रों की मानें तो वर्षों से किसी भी प्रकार के बचाव उपकरण विद्युत कर्मचारियों को उपलब्ध नहीं कराए गए। लिहाजा, उन्हें जान जोखिम में डालकर विद्युत सुधार करना पड़ रहा है।

दुर्घटनाओं से भी नहीं लिया सबक
करंट लगाने से कई विद्युत कर्मियों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सबक नहीं ले रहे। इस तरह की घटनाओं में विद्युत वितरण केंद्र खड्ढी अंतर्गत विद्युत सुधार का कार्य करते समय बीते माह लाइनमैन विद्युत पोल से गिरकर घायल हो गया, घायल को उपचार के लिए सीएचसी सेमरिया मे भर्ती कराया गया था। इसी तरह विद्युत वितरण केंद्र सेमरिया अंतर्गत सेमरिया सब स्टेशन मे काम करते समय गत वर्ष विद्युतकर्मी रामप्रकाश विश्वकर्मा विद्युत करेंट की चपेट मे आकर गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
हो गई थी मौत
वहीं वर्ष २०१५ में विद्युत वितरण केंद्र हनुमानगढ़ अंतर्गत विद्युत सुधार का कार्य करते समय दैनिक वेतन भोगी विद्युतकर्मी शिवप्रसाद पांडेय की करेंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसी तरह अन्य घटनाएं भी हो चुकी हैं, इसके बाद भी सुरक्षा को लेकर प्रशासन बेपरवाह बना हुआ है।
ये सामग्री जरूरी
विभागीय सूत्रों की मानें तो विद्युत कर्मियों को प्लास्टिक के फुल जूते, रस्सी, दस्ताने, रेनकोट सहित करंट से बचाव के लिए अन्य उपकरण देने का प्रावधान है, लेकिन वर्षों से यह सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। लिहाजा, विद्युतकर्मियों को जान जोखिम में डालकर कार्य करना पड़ रहा है।

ट्रेंडिंग वीडियो